नई दिल्ली, 11 मार्च। प्रवर्तन निदेशालय ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता से शनिवार को यहां ईडी मुख्यालय में दिल्ली आबकारी नीति से संबंधित धनशोधन मामले में लगभग नौ घंटे तक पूछताछ की। साथ ही उन्हें पूछताछ के लिए 16 मार्च को दोबारा पेश होने को कहा है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) की 44 वर्षीया बेटी कविता रात करीब आठ बजे एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित ईडी मुख्यालय से रवाना हुईं। वह पूर्वाह्न करीब 11 बजे लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित तुगलक रोड स्थित अपने पिता के सरकारी आवास से ईडी कार्यालय पहुंची थीं।
अधिकारियों ने कहा कि बीआरएस की नेता को 16 मार्च को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इससे पहले, ईडी कार्यालय में बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिस और केंद्रीय अर्द्धसैन्य बलों के कर्मियों को तैनात किया गया था। बीआरएस नेता के समर्थकों ने एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर प्रदर्शन भी किया। कविता ने एजेंसी के कार्यालय में प्रवेश करने से पहले मुठ्ठी बंद करके हाथ ऊपर उठाया।
बीआरएस की विधान परिषद सदस्य के साथ उनके स्टाफ के कुछ सदस्य भी थे, जो बाहर रुक गए। ईडी ने कविता को नौ मार्च को पेश होने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने लंबे समय से अटके महिला आरक्षण विधेयक को संसद के बजट सत्र में पारित कराने की मांग को लेकर शुक्रवार को यहां अनशन में शामिल होने के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के कारण नई तारीख देने का अनुरोध किया था।
ईडी के अनुसार उसने कविता को इसलिए बुलाया था ताकि उनका सामना हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई से कराया जाए। पिल्लई को इस सप्ताह ईडी ने गिरफ्तार किया था। पिल्लई 12 मार्च तक ईडी की हिरासत में हैं और उन्हें 13 मार्च को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा।
पिल्लई ‘रॉबिन डिस्टिलरीज एलएलपी’ नामक कम्पनी में साझेदार हैं। ईडी ने दावा किया कि यह कम्पनी के. कविता और अन्य से जुड़े कथित शराब कार्टल ‘साउथ ग्रुप’ का प्रतिनिधित्व करती है। आरोप है कि ‘साउथ ग्रुप’ ने अब निरस्त कर दी गई दिल्ली आबकारी नीति 2020-21 के तहत राष्ट्रीय राजधानी के बाजार में अधिक हिस्सेदारी हासिल करने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) को करीब 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी। कविता से इस मामले में पहले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भी पूछताछ की थी।
फिलहाल कविता ने दो दिन पूर्व यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और उन्होंने आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार ईडी का ‘इस्तेमाल’ कर रही है क्योंकि भाजपा को तेलंगाना में ‘पिछले दरवाजे से प्रवेश’ नहीं मिल सका।