Site icon hindi.revoi.in

बिहार: बीपीएससी परीक्षा को लेकर तेजस्वी ने सीएम नीतीश को लिखा पत्र, सरकार को दी यह चेतावनी

Social Share

पटना, 5 दिसंबर। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में अभ्यर्थियों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिख त्वरित समाधान की मांग की है।

तेजस्वी यादव ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे अपने पत्र में कहा, “मैं बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में अभ्यर्थियों की समस्याओं के समाधान के लिए यह पत्र लिख रहा हूँ। आयोग के सर्वर की खामी के कारण फॉर्म भरने की आखिरी तारीख से 2-3 दिन पूर्व सर्वर के ठीक से कार्य नहीं करने के कारण लाखों अभ्यर्थी फॉर्म भरने से वंचित रह गये थे जो कि उनके भविष्य और सतत परिश्रम के लिए एक आघात है। स्वयं अपनी ही विफलता के लिए आयोग द्वारा फॉर्म भरने में असमर्थ रहे अभ्यर्थियों को ही उल्टे अगंभीर ठहरा देना अफसरशाही के अहंकार और तानाशाही को प्रदर्शित करता है।”

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसके अलावा, अभ्यर्थियों और अभिभावकों को अभी तक यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि आयोग सामान्यीकरण या नॉर्मलाइजेशन लागू करेगा या नहीं। फॉर्म भरवा लेने के बाद भी अभ्यर्थियों को अभी तक पूरी परीक्षा पद्धति की जानकारी नहीं है, जो उनके लिए अन्यायपूर्ण है।

यहां यह उल्लेख करना अत्यावश्यक है कि सामान्यीकरण की प्रणाली सदैव से असामान्य रूप से विवादित रही है। किसी अभ्यर्थी को अगर कठिन प्रश्न का उत्तर पता तो उसके लिए वह प्रश्न सरल है। किसी भी प्रश्न का सरल या कठिन होना अभ्यर्थी की तैयारी पर निर्भर करता है, आयोग की इच्छा, हठधर्मिता या बुद्धिमता पर नहीं ।

तेजस्वी यादव ने कहा कि परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाए जाने का भी अफवाह फैला था, जिसके कारण अभ्यर्थी असमंजस में पड़ गए थे। इन सबको देखते हुए मैं समस्त अभ्यर्थियों के हित में आपके समक्ष निम्नलिखित मांग रखता हूं। परीक्षा फॉर्म भरने के लिए अभ्यर्थियों को पांच अतिरिक्त दिन दिए जाएं ताकि आयोग की नाकामी अथवा सर्वर की खामी के कारण जो अभ्यर्थी फॉर्म नहीं भर सकें, वे फॉर्म भर पाएं।

आयोग 70वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाए ताकि अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय मिल सके। नॉर्मलाइजेशन पर अपनी नीति स्पष्ट की जाए। उचित होगा कि सामान्यीकरण की विवादित और अन्यापूर्ण प्रक्रिया से बचा जाए। हमारी मांग है कि परीक्षा एक दिन, एक शिफ्ट, एक पेपर, एक पैटर्न में बिना पेपर लीक हो।

मैं आशा करता हूं कि आप इन मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगें और अभ्यर्थियों की समस्याओं का समाधान करेंगें। श्री यादव ने कहा यदि सरकार ने अभ्यर्थियों की माँगों पर विचार नहीं किया तो हम आंदोलनकारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनकी लड़ाई लड़ेंगे। एनडीए सरकार छात्रों के भविष्य और सपनों के साथ खिलवाड़ बंद करें।

Exit mobile version