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विश्व कप क्रिकेट : विवादित मैच में बांग्लादेश 3 विकेट से विजयी, श्रीलंका की भी चुनौती समाप्त

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नई दिल्ली, 6 नवम्बर। ‘हम तो डूबे हैं सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे’ – यही कहावत सोमवार को यहां अरुण जेटली स्टेडियम में चरितार्थ हुई, जब आईसीसी एक दिनी क्रिकेट विश्व कप से पहले ही बाहर हो चुके बांग्लादेश ने एक तनावपूर्ण, नाटकीय व विवादित मैच में 53 गेंदों के रहते तीन विकेट से रोमांचक जीत हासिल की और श्रीलंका को भी स्पर्धा से बाहर जाने पर बाध्य कर दिया।

अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में पहली बार कोई बल्लेबाज टाइम्ड आउट हुआ

दरअसल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (टेस्ट,एक दिनी व टी20) ने अपने 146 वर्षों के इतिहास में पहली बार किसी बल्लेबाज को टाइम्ड आउट होते देखा। वह दुर्भाग्यशाली बल्लेबाज थे श्रीलंकाई एजेंलो मैथ्यूज, जिन्हें श्रीलंकाई पारी के मध्य में विपक्षी कप्तान शाकिब अल हसन द्वारा अंतराष्ट्रीय क्रिकेट के नियमानुसार की गई टाइम्ड आउट की अपील के बाद एक भी गेंद खेले बिना मायूस लौटना पड़ा। इसके बाद ही मैच के अंत तक मैदान पर दोनों टीमों के बीच तनाव देखने को मिला और मैच के बाद यह स्थिति हुई कि दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने एक दूसरे से हाथ तक नहीं मिलाया।

खैर, मुकाबले की बात करें तो पहले बल्लेबाजी पर बाध्य श्रीलंका ने चरिथ असलंका के शतकीय प्रहार (108 रन, 105 गेंद, पांच छक्के, छह चौके) की मदद से 49.3 ओवरों में सभी विकेट खोकर 279 रन बनाए। जवाब में नजमुल हुसैन शांतो (90 रन,101 गेंद, 12 चौके) व शाकिब अल हसन (82 रन, 85 रन, दो छक्के, 12 चौके) के बीच बहुमूल्य शतकीय भागीदारी के सहारे 41.1 ओवरों में सात विकेट पर 282 रन बना लिए।

विश्व कप में बांग्लादेश की श्रीलंका के खिलाफ पहली जीत

नॉकआउट की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुके बांग्लादेश की आठ मैचों में यह दूसरी जीत थी। लेकिन यह जीत इसलिए ऐतिहासिक थी कि उसने विश्व कप में अब तक हुई चार मुलाकातों में श्रीलंका को पहली बार हराया। अपने पहले मैच में अफगानिस्तान हराने वाली बांग्लादेशी टीम चार अंकों के साथ सातवें स्थान पर काबिज है और अब 11 नवम्बर को ऑस्ट्रेलिया से खेलने कर अपना सफर समाप्त करेगी।

वहीं श्रीलंकाई टीम आठ मैचों में छठी हार के बाद चार अंकों के बावजूद कमजोर नेट रन रेट से आठवें स्थान पर जा फिसली। उसने शुरुआती तीन मैचों में पराजय के बाद नीदरलैंड्स और इंग्लैंड पर लगातार जीत हासिल की थी। अब उसकी नौ नवम्बर को न्यूजीलैंड से आखिरी भिड़ंत होगी, जिसमें कीवियों का सेमीफाइनल का टिकट दांव पर रहेगा।

शांतो व शाकिब के बीच 149 गेंदों पर 169 रनों की भागीदारी

चुनौतीपूर्ण लक्ष्य के सामने बांग्लादेश ने तेज शुरुआत के बीच सातवें ओवर में 41 रनों के भीतर दोनों ओपनरों – तंजीद हसन ( नौ रन, पांच गेंद, दो चौके) व लिटन दास (23 रन, 22 गेंद, दो छक्के, दो चौके) को मदुशंका (3-69) के हाथों गंवा दिया था। लेकिन शांतो व ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ शाकिब ने 149 गेंदों पर 169 रनों की शानदार साझेदारी से टीम की वापसी करा दी।

स्कोर कार्ड

हालांकि एंजेलो मैथ्यूज (2-35) ने लगातार ओवरों में दोनों जमे-जमाए बल्लेबाजों की विदाई की तो बांग्लादेशी टीम पैनिक में आ गई और 59 रनों की वृद्धि पर पांच बल्लेबाज लौट गए। लेकिन महमूदुल्लाह (22 रन, 23 गेंद, एक छक्का, तीन चौके), जिनके आउट होने पर शाकिब की नाराजगी देखते ही बनती थी, के बाद तौहीद हृदय (नाबाद 15 रन, सात गेंद, दो छक्के) व तंजीम हसन साकिब (नाबाद पांच रन, एक चौका) ने बांग्लादेश को मंजिल दिला दी।

श्रीलंकाई पारी के 25वें ओवर में शुरू हुआ विवाद

इसके पूर्व इसके पूर्व श्रीलंका ने ओपनर पथुम निसांका (41 रन, 36 गेंद, आठ चौके) व सदीरा समरविक्रमा (41 रन, 42 गेंद, चार चौके) की उपयोगी पारियों से 25वें ओवर में चार विकेट पर 135 रनों का संतोषजनक स्कोर बनाया था। लेकिन 25वें ओवर की दूसरी गेंद पर शाकिब ने सदीरा को लौटाया और इसके बाद ही मैदान पर वो नाटकीय विवाद देखने को मिला, जो अंतराष्ट्रीय क्रिकेट इतिहास में आज तक नहीं हुआ था।

इस तरह टाइम्ड आउट के शिकार हुए एंजेलो मैथ्यूज

दरअसल, मैथ्यूज बल्लेबाजी के उतरे तो उन्हें एहसास हुआ कि वह सही हेलमेट नहीं ला पाए थे। उन्होंने क्रीज पर आकर दूसरा हेलमेट लाने के लिए पैवेलियन की ओर साथी खिलाड़ियों के लिए इशारा किया। लेकिन इसी बीच शाकिब ने मैदानी अम्पायर से ‘टाइम्ड आउट’ की अपील कर दी, जिसे काफी तर्क वितर्क के बाद अम्पायरों को नियमानुसार मानना पड़ा और मैथ्यूज को एक भी गेंद का सामना किए बिना लौटना पड़ा। हालांकि यह विकेट भी गेंदबाज के खाते में नहीं जुड़ा।

क्रिकेट इतिहास में अनूठा विवाद : पहली बार अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में कोई बल्लेबाज ‘timed out’

क्या है टाइम्ड आउटनियम?

क्रिकेट खेल के संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC)के नियम 40.1.1 के मुताबिक, कोई विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने के बाद यदि अम्पायर खेल नहीं रोकता है तो आने वाले नए बल्लेबाज को तीन मिनट के अंदर अगली बॉल खेलने के लिए तैयार होना चाहिए। यदि नया बल्लेबाज ऐसा करने में सक्षम नहीं होता है तो उसे आउट करार दिया जाता है। इसे ‘टाइम्ड आउट’ कहते हैं। विश्व कप में यह अवधि दो मिनट की ही है और इसी नियम का शाकिब ने फायदा उठाया। हालांकि खेल भावना के दृष्टिकोण से शाकिब खलनायक बने, लेकिन टीम हित में उनकी यह अपील कहीं से भी गलत नहीं थी। एंजेलो मैथ्यूज के लौटने के बाद मैदान पर अंत तक दोनों टीमों के बीच माहौल तनावपूर्ण रहा।

चरिथ असलंका का शतकीय प्रयास अर्थहीन

खैर, इसी तनातनी के बीच असलंका ने धनंजय डीसिल्वा (34 रन, 36 गेंद, एक छक्का, चार चौके) के साथ छठे विकेट पर 78 रन जोड़े और महीश तीक्षणा (21 रन, 31 गेंद, तीन चौके) डी. चमीरा (4) की मौजूदगी में अपना शतक पूरा करने के साथ टीम को 275 के पार पहुंचाया। लेकिन अंत में उनका प्रयास अर्थहीन बनकर रह गया। बांग्लादेश के लिए तंजीम हसन साकिब ने 80 पर तीन विकेट लिए जबकि शाकिब के बराबर शरिफुल इस्लाम ने भी दो शिकार किए।

आज का मैच : ऑस्ट्रेलिया बनाम अफगानिस्तान (मुंबई, अपराह्न दो बजे)।

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