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अमित शाह ने नई दिल्ली घोषणा पत्र अपनाए जाने को लेकर पीएम मोदी और जी-20 नेताओं को दी बधाई

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नई दिल्ली, 9 सितम्बर। गृह मंत्री अमित शाह ने जी20 शिखर सम्मेलन में जी20 नई दिल्ली घोषणा पत्र को अपनाए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और समूह के नेताओं को बधाई दी। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जी20 के सदस्य देशों को नई दिल्ली जी20 घोषणा पत्र को अपनाने के लिए हार्दिक बधाई।

अमित शाह ने कहा, मानव जाति के कल्याण को बढ़ावा देने के हमारे सभ्यतागत लक्ष्य की खोज में, सम्मानित जी20 नेता कूटनीति और सहयोग के माध्यम से राष्ट्रों के बीच विश्वास के पुल बनाने के लिए आम सहमति पर पहुंचे हैं। यह सभी के बेहतर भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

शाह, पीएम मोदी के उस पोस्ट पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन को अपना कर इतिहास रचा गया है। सर्वसम्मति और उत्साह से एकजुट होकर, हम बेहतर, अधिक समृद्ध और सामंजस्यपूर्ण भविष्य के लिए सहयोगात्मक रूप से काम करने का संकल्प लेते हैं। जी20 के सभी सदस्यों के समर्थन और सहयोग के लिए उनके प्रति आभार।’

G20 वैश्विक भलाई के लिए अपने मिशन में दृढ़ : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा के साथ एक तस्वीर ली। उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट भी किया, ‘अपने सदस्यों की सामूहिक प्रतिबद्धता के तहत G20 वैश्विक भलाई के लिए अपने मिशन में दृढ़ है।’

ऐतिहासिक रहा जी20 शिखर सम्मेलन का पहला दिन

उल्लेखनीय है कि जी20 शिखर सम्मेलन में रूस-यूक्रेन युद्ध पर प्रमुख मतभेदों को दूर करते हुए शनिवार को सदस्यों देशों ने ‘नई दिल्ली लीडर्स समिट डिक्लेरेशन’ को अपनाया। यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक कामयाबी है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक विश्वास की कमी को समाप्त करने का आह्वान किया। इस मौके पर मोदी ने यह भी घोषणा की कि अफ्रीकी संघ को जी20 के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।

निर्णय प्रक्रिया में बढ़ाएंगे महिलाओं की भागीदारी

जी20 देशों ने दुनिया में लैंगिक असमानता दूर करने पर सहमति जताई। घोषणा पत्र में कहा गया है कि अर्थव्यवस्था की निर्णय लेने वाली प्रक्रिया में महिलाओं की संपूर्ण, बराबर, प्रभावी और अर्थपूर्ण भागीदारी को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके अलावा समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का प्रयास होगा। इस दिशा में ब्रिस्बन लक्ष्य हासिल करने की प्रतिबद्धता भी जताई गई।

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