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विधानसभा चुनाव : महाराष्ट्र में 65.02% और झारखंड में 68.45% वोटिंग, दोनों राज्यों में टूटा पिछला रिकॉर्ड

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नई दिल्ली, 20 नवम्बर। महाराष्ट्र और झारखंड में बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान छिटपुट घटनाओं को छोड़ शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। महाराष्ट्र में सभी 288 विधानसभा क्षेत्रों में एक ही चरण में मतदान हुआ जबकि झारखंड में दूसरे चरण की 38 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हुई। पहले चरण में गत 13 नवम्बर को 43 सीटों के लिए मतदान हुआ था।

दिलचस्प यह रहा कि दोनों राज्यों में पिछले चुनाव के मतदान प्रतिशत का रिकॉर्ड टूट गया। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) को रात्रि 11.30 बजे तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में जहां 65.02 फीसदी मतदान दर्ज किया गया वहीं झारखंड में 68.45 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई। ये आंकड़े 2019 के दोनों राज्यों के विधानसभा चुनावों में हुए मतदान प्रतिशत से अधिक हैं। शेष मतदान दलों के वापस आने के साथ ही फील्ड स्तर के अधिकारियों द्वारा इसे अपडेट किया जाता रहेगा और वोटर टर्नआउट एप पर एसी और जिलेवार अपडेट किए गए आंकड़े लाइव उपलब्ध रहेंगे।

15 विधानसभा व नांदेड़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव भी संपन्न

महाराष्ट्र व झारखंड विधानसभा चुनाव के अलावा उत्तर प्रदेश, पंजाब, केरल और उत्तराखंड की 15 विधानसभा सीटों एवं महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव के लिए मतदान कराया गया। विधानसभा उपचुनाव में उत्तर प्रदेश की नौ सीटें, पंजाब की चार सीटें, केरल में एक और उत्तराखंड में एक सीट शामिल हैं। दोनों चरणों में कुल मिलाकर 15 राज्यों के 48 विधानसभा क्षेत्रों और दो संसदीय क्षेत्रों में उपचुनाव हुए हैं। 23 नवम्बर को सभी चुनावों की मतगणना होगी।

मुंबई, पुणे और ठाणे शहरी मतदाताओं का निराशाजनक रिकॉर्ड जारी

महाराष्ट्र की बात करें तो महानगरीय मतदाताओं का मतदान के प्रति आलस्य फिर सामने आया। मतदान को आसान बनाने के लिए आयोग द्वारा कई तरह के उपाय किए जाने और प्रेरक अभियानों के बावजूद, महाराष्ट्र के शहरी मतदाताओं ने मुंबई, पुणे और ठाणे जैसे शहरों में कम भागीदारी का निराशाजनक रिकॉर्ड जारी रखा। वहीं वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों ने अपने मताधिकार का जमकर इस्तेमाल किया।

कोल्हापुर में सर्वाधिक 76.25 फीसदी वोटिंग, मुंबई शहर फिसड्डी

महाराष्ट्र के जिलावार मतदान प्रतिशत की बात करें तो कोल्हापुर 76.25 फीसदी मतदान के साथ 36 जिलों में सबसे आगे रहा जबकि नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली 73.68 फीसदी मतदान के साथ दूसरे स्थान पर रहा। इसके उलट मायानगरी यानी मुंबई शहर में सबसे कम 52.07 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई जबकि उससे तनिक बेहतर मुंबई उपनगरीय क्षेत्र (55.77 फीसदी) रहा।

झारखंड : अंतिम समय में जामतारा ने पाकुर को पीछे छोड़ा

झारखंड़ के जिन 12 जिलों में मतदान हुआ, उनमें रात्रि 11.30 बजे उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार जिलेवार प्रतिशत देखें तो दिनभर आगे रहा पाकुर अंतिम समय में जामतारा से पिछड़ गया, जहां सर्वाधिक 77.29 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई। पाकुर 76.60 फीसदी वोटिंग से दूसरे स्थान पर रहा। इसके उलट स्टील सिटी बोकारो 63.22 फीसदी वोटिंग से फिसड्डी रहा और बोकारो से तनिक ऊपर धनबाद में 63.40 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई।

यहां प्रदर्शित डेटा फील्ड अधिकारी द्वारा सिस्टम में भरी जा रही जानकारी के अनुसार है। यह एक अनुमानित प्रवृत्ति है, क्योंकि कुछ मतदान केंद्रों (पीएस) से डेटा आने में समय लगता है और इस प्रवृत्ति में पोस्टल बैलेट शामिल नहीं है। प्रत्येक मतदान केंद्र के लिए दर्ज किए गए मतों का अंतिम वास्तविक लेखा मतदान समाप्ति के समय मतदान एजेंटों के साथ फार्म 17सी में साझा किया जाता है।

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