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अमेरिकी ओपन क्वालीफायर : युकी दूसरे दौर में, भारत के शीर्षस्थ खिलाड़ी रामनाथन और नागल बाहर

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न्यूयॉर्क, 25 अगस्त। भारत के युकी भांबरी ने माल्दोवा के राडू अल्बोट पर एक संघर्षपूर्ण मुकाबले में जीत दर्ज कर वर्ष की चौथी व अंतिम ग्रैंड स्लैम टेनिस स्पर्धा यानी अमेरिकी ओपन के क्वालीफाइंग दौर दूसरे दौर में प्रवेश किया। हालांकि, देश के शीर्ष रैंकिंग के पुरुष खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन और सुमित नागल अपने-अपने मैच सीधे सेटों में हारकर बाहर हो गए।

एटीपी विश्व रैंकिंग में 241वें नंबर के खिलाड़ी रामनाथन अमेरिकी किशोर ब्रूनो कुजुहारा के हाथों एक घंटा 28 मिनट में 3-6, 5-7 से हारे जबकि नागल कनाडा को वासेक पोस्पिसिल ने 7-6, 6-4 से परास्त किया।

युकी ने खुद से 445 ऊंची रैंकिंग वाले खिलाड़ी को चौंकाया

विश्व रैकिंग में 552वें स्थान पर काबिज युकी ने एक घंटा 34 मिनट तक चले मैच में खुद से उच्च रैंकिंग वाले अल्बोट (107) को 7-6 (4), 6-4 से शिकस्त दी। युकी ने पहले सेट में धीमी शुरुआत की लेकिन वह वापसी करने में सफल रहे और सेट को टाईब्रेकर तक ले गए, जिसमें उन्होंने जीत दर्ज की। दूसरे सेट में उन्होंने बेहतर खेल दिखाया और उसे जीतकर अगले दौर में जगह बनाई। 30 वर्षीय खिलाड़ी का अगले दौर में बेल्जियम के जिजो बर्ग से मुकाबला होगा।

टीकाकरण नहीं होने के कारण जोकोविच ने नाम वापस लिया

इस बीच तीन बार के पूर्व चैंपियन व पूर्व विश्व नंबर एक नोवाक जोकोविच ने गुरुवार को मुख्य ड्रॉ जारी होने से तनिक पहले टूर्नामेंट से हटने की घोषणा की। इसकी वजह यह ह कि उन्होंने कोविड-19 से बचने के लिए टीकाकरण नहीं कराया है और इसलिए उन्हें अमेरिका की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी गई है।

मौजूदा विश्व नंबर छह जोकोविच ने ट्विटर पर लिखा, ‘अफसोस कि मैं इस बार यूएस ओपन के लिए न्यूयॉर्क की यात्रा नहीं कर पाऊंगा। मैं सकारात्मक बना रहूंगा और अगली प्रतियोगिता में भाग लेने का इंतजार करूंगा।’ दरअसल, जिन विदेशी नागरिकों ने कोविड-19 का टीका नहीं लगाया है, उन्हें अमेरिका या कनाडा में प्रवेश की अनुमति नहीं है और जोकोविच ने कहा कि भले ही उन्हें कुछ टूर्नामेंट में खेलने से रोका जाए लेकिन वह तब भी टीकाकरण नहीं करवाएंगे।

टीकाकरण न होने के कारण ऑस्ट्रेलियाई ओपन में भी भाग नहीं ले सके थे

टीकाकरण नहीं होने के कारण ही जोकोविच इस वर्ष की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई ओपन में भी भाग नहीं ले पाए थे। इसके अलावा उन्हें उत्तर अमेरिका में कई महत्वपूर्ण टूर्नामेंटों से बाहर रहना पड़ा। उन्होंने फ्रेंच ओपन में भाग लिया, जहां वह क्वार्टर फाइनल में राफेल नडाल से हार गए थे। इसके बाद उन्होंने विंबलडन में खिताब जीता।

पिछले वर्ष फ्लशिंग मेडोज में ही टूटा था कैलेंडर स्लैम का सपना

35 वर्षीय जोकोविच ने अपने चमकदार करिअर में 21 ग्रैंडस्लैम उपाधियां जीती हैं, जिनमें यूएस ओपन के तीन खिताब (2011, 2015 और 2018) भी शामिल हैं। फ्लशिंग मेडोज में छह बार के उपजेता भी रह चुके जोकोविच का हालांकि पिछली बार एक वर्ष में चारों ग्रैंड स्लैम जीतने का सपना यहीं टूटा था, जब डेनिल मेडमेडेव ने उन्हें फाइनल में शिकस्त दे दी थी।

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