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ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन : मौजूदा चैंपियन ली जी जिया को हरा युवा भारतीय शटलर लक्ष्य सेन पहली बार फाइनल में

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बर्मिंघम, 19 मार्च। विश्व कांस्य पदक विजेता भारत के युवा शटलर लक्ष्य सेन ने यहां ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में भी धाकड़ प्रदर्शन जारी रखते हुए गत चैंपियन मलेशियाई ली जि जिया को चौंकाते हुए नए अध्याय का सृजन किया और पहली बार इस प्रतिष्ठित चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बना ली।

वर्ष के तीसरे बीडब्ल्यूएफ टूर्नामेंट में फाइनल का टिकट

युटिलिटा एरेना के कोर्ट नंबर एक पर पुरुष एकल का पहला सेमीफाइनल खेलने उतरे 20 वर्षीय लक्ष्य ने विश्व नंबर सात और यहां छठे नामांकित ली जी जिया को एक घंटे 16 मिनट तक खिंची कश्मकश के बाद 21-13, 12-21, 21-19 से शिकस्त दी। दिलचस्प तो यह है कि लक्ष्य का इस वर्ष का यह तीसरा बीडब्ल्यूएफ टूर्नामेंट है और उन्होंने तीनों के ही फाइनल का टिकट सुरक्षित किया।

ऑल इंग्लैंड में फाइनल का टिकट पाने वाले पांचवें भारतीय शटलर

विश्व नंबर 11 लक्ष्य सेन इसके साथ ही प्रकाश नाथ, प्रकाश पादुकोण, पुलेला गोपीचंद और साइना नेहवाल के बाद टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाले पांचवें भारतीय खिलाड़ी बन गए। इनमें पादुकोण ने 1980 में और गोपीचंद ने 2001 में खिताब जीता था जबकि नाथ 1947 में और महिला वर्ग में साइना नेहवाल 2015 में फाइनल हार गई थी।

पिछले छह महीने से शानदार फॉर्म में चल रहे सेन

पिछले छह महीने से शानदार फॉर्म में चल रहे सेन ने दिसंबर में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था, जहां सेमीफाइनल में उन्हें हराने वाले हमवतन किदांबी श्रीकांत फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे। हालांकि श्रीकांत को सिंगापुरी स्पर्धी लो केन येव के हाथों पराजय झेलनी पड़ी थी। लक्ष्य इसके बाद जनवरी में इंडिया ओपन सुपर 500 खिताब जीता और पिछले सप्ताह जर्मन ओपन में उपविजेता रहे।

मुकाबले की बात करें तो छह वर्ष पहले इंडिया इंटरनेशनल सीरिज में ली को हराने वाले लक्ष्य ने शानदार तकनीक और मानसिक दृढता का परिचय देते हुए जीत हासिल की। दोनों खिलाड़ी एक दूसरे के खेल को बखूबी जानते हैं क्योंकि बेंगलुरू में 2016 में प्रकाश पादुकोण अकादमी में एक्सचेंज कार्यक्रम का हिस्सा रह चुके हैं।

सेन ने पहले गेम में शानदार रक्षण का परिचय देते हए 11-7 से बढत बना ली। ली ने यह बढ़त 10-12 थी, लेकिन सेन ने फिर लंबी रेलियां लगाते हुए बढ़त कायम कर ली। ली की शटल इसके बाद नेट में चली गई और एक रिटर्न बाहर रहा। सेन ने इस बीच सात गेम अंक बनाए और पहला गेम जीत लिया। हालांकि दूसरे गेम में ली ने वापसी की और मुकाबला निर्णायक गेम तक ले गए। लेकिन निर्णायक गेम में कांटे की टक्कर रही लेकिन सेन ने अपना संयम बनाये रखकर जीत दर्ज की।

फाइनल में विक्टर एक्सेल्सन या चोउ तिएन चेन से होगी टक्कर

दूसरे दौर में तीसरी सीड डेनमार्क के आंद्रेस एंटोंसेन को स्तब्ध कर चुके लक्ष्य सेन की फाइनल में सर्वोच्च वरीय डेनमार्क के विक्टर एक्सेल्सन अथवा चौथे नामांकित चीनी ताइपे के चोउ तिएन चेन से टक्कर होगी।

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