लखनऊ, 6 फरवरी। यूपी के के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दिनों टीवी कार्यक्रमों पर हिंदुत्व से लेकर यूपी के विकास की पिच पर धुआंधार बैटिंग करते नजर आ रहे हैं। 27 जनवरी को राजस्थान के जालौर में एक धर्म आयोजन में सीएम योगी ने कहा था कि सनातन धर्म ही देश का राष्ट्रीय धर्म है। इसके बाद इस बयान पर तूफान खड़ा हो गया। तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। वहीं, दूसरी ओर स्वामीप्रसाद मौर्य की रामचरित मानस पर विवादित टिप्पणी के बाद भाजपा और यूपी सरकार के मंत्री सपा को चारों ओर से निशाना बना रहे हैं।
एक टीवी चैनल पर इंटरव्यू में रामचरितमानस को लेकर सवाल का जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा, ‘मुझे जिस मंच पर रामचरितमानस की व्याख्या करनी होगी, वहां मैं जरूर करूंगा। मैं इतना जरूर कह सकता हूं कि यह प्रकरण विकास और निवेश जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए उसी पार्टी की शरारत का हिस्सा है, जिसके एजेंडे में कभी विकास रहा ही नहीं।’ उन्होंने कहा था कि जवाब उन्हें देना चाहिए जो समझ सकें।
सीएम योगी ने कहा, ‘2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में BJP केंद्र में सरकार बनाएगी। 2019 से भी अधिक सीटें पाकर बीजेपी की सरकार बनेगी। उत्तर प्रदेश में 70 से अधिक लोकसभा सीटें भारतीय जनता पार्टी जीतेगी। जहां संभावनाएं होती हैं, वहीं उम्मीद तलाश की जाती है। और उत्तर प्रदेश संभावनाओं वाला प्रदेश है। यहां अगले साल इसका परिणाम भी निश्चित तौर पर देखने को मिलेगा।’
बता दें कि यूपी में सभी नगर निगमों का कार्यकाल खत्म हो चुका है। इस साल निकाय चुनाव होने वाले हैं। मामला अभी आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में है। सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बाद निकाय चुनाव को लेकर नोटिफिकेशन जारी हो सकता है। इसके अलावा अगले साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यह सूबा हर राजनीतिक दल के लिए बेहद अहम रहने वाला है। माना जाता है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है।
निजी चैनल के साथ बातचीत में योगी ने कहा, ‘मेरे अंदर किसी भी पद को लेकर कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। मैं एक योगी हूं और योगी के रूप में ही बने रहना चाहता हूं। मैं उत्तर प्रदेश की जनता की सेवा कर रहा हूं और उत्तर प्रदेश में रहने की मेरी इच्छा भी है। इसके अलावा बाकी कोई भी अन्य इच्छा नहीं है। मैं सोशल मीडिया बहुत ही कम यूज करता हूं मेरे पास इतनी फुर्सत नहीं है।’
पठान फिल्म को लेकर सीएम योगी ने कहा- मैं फिल्में नहीं देखता हूं और ना ही मेरे पास इतना समय हो पाता है। सीएम ने कहा, ‘जब भी इस प्रकार की फिल्में आती हैं, तो उसमें जनभावनाओं का सम्मान जरूर होना चाहिए। प्रस्तुतिकरण के साथ-साथ उन भावनाओं का सम्मान होना चाहिए, जिनके लिए हम प्रस्तुत करना चाहते हैं। किसी को भी सेंटिमेंट्स के साथ खिलवाड़ करने या भावनाओं को भड़काने की इजाजत भी नहीं देनी चाहिए।’