लखनऊ, 11 दिसम्बर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अगले सप्ताह 16 दिसम्बर से शुरू हो रहे विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में अपना दूसरा अनुपूरक बजट 17 दिसम्बर को पेश करेगी। अगले वर्ष प्रयागराज में प्रस्तावित महाकुम्भ के आयोजन में होने वाले खर्च को लेकर यह अनुपूरक बजट लाया जा रहा है।
जुलाई में 12,209 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश कर चुकी है राज्य सरकार
बताया जा रहा है कि महाकुम्भ की तैयारियों पर केंद्रित इस अनुपूरक बजट का आकार 12 से 15 हजार करोड़ रुपये के बीच होगा। इसके पहले इसी वर्ष जुलाई में योगी सरकार ने सदन में 12,209 करोड़ 93 लाख रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया था।
उस अनुपूरक बजट में सर्वाधिक 7500 करोड़ रुपये औद्योगिक विकास के लिए आवंटित किए गए थे। तब राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा था कि इस अनुपूरक बजट से सूबे में औद्योगिक विकास, परिवहन और शिक्षा पर फोकस किया जाएगा। साथ ही ऊर्जा तथा संस्कृति विभाग और रोजगार मिशन की योजनाओं पर अनुपूरक बजट की धनराशि खर्च की जाएगी।
महाकुम्भ में संभावित खर्च के चलते अनुपूरक बजट लाना पड़ रहा
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के उस दावे के बाद अब फिर योगी सरकार को अनुपूरक बजट लाना पड़ रहा है। वित्त विभाग के अधिकारियों के अनुसार अगले वर्ष होने वाले महाकुम्भ में संभावित खर्च के चलते सरकार को यह कदम उठाना पड़ रहा है। अनुपूरक बजट का बड़ा हिस्सा महाकुंभ के लिए परिवहन विभाग, नगर विकास विभाग सहित कुंभ से जुड़े अन्य विभागों द्वारा कराए जा रहे कार्यों में खर्च होगा। इसके अलावा औद्योगिक विकास और रोजगार मुहैया कराने के लिए चलाई जा रही एमएसएमई की योजनाओं में खर्च होगा।
सपा नेता उदयवीर ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
फिलहाल योगी सरकार के प्रस्तावित अनुपूरक बजट को लेकर सपा नेताओं ने तंज कसा है कि सरकार आम बजट में आवंटित धनराशि ख़र्च करने में असफल साबित हो रही है, लेकिन अनुपूरक बजट लाने में सबसे अव्वल साबित हो रही है।
सपा नेता उदयवीर कहते हैं कि योगी सरकार ने 26 मई, 2022 को 6.15 लाख करोड़ रुपये से अधिक का बजट पेश किया था। इसके बाद 33 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था अनुपूरक बजट के जरिए की गई जबकि सरकार के तमाम विभाग 6.15 लाख करोड़ रुपये के बजट की 50 प्रतिशत राशि भी खर्च नहीं कर सके थे।
उदयवीर ने कहा, अब फिर वही हो रहा है, प्रदेश सरकार के तमाम विभाग गत फरवरी में 7.36 लाख करोड़ रुपये के लाए गए बजट में आवंटित धनराशि खर्च करने में फिसड्डी साबित हुए। इसके बाद अब फिर दूसरी बार अनुपूरक बजट लाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि महाकुंभ के आयोजन में जो खर्च हो रहा है, उसके लिए ही अनुपूरक बजट लाया जा रहा। उदयवीर कहते हैं कि महाकुम्भ 13 जनवरी से शुरू हो रहा है और एक माह पहले योगी सरकार अनुपूरक बजट ला रही है। अनुपूरक बजट एक माह में कैसे पूरा खर्च होगा, यह देखना होगा।
शीतकालीन सत्र में 9 अध्यादेश भी लाए जाएंगे
फिलहाल विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में अनुपूरक बजट पेश करने के साथ ही नौ अध्यादेश भी लाए जाएंगे। 17 दिसम्बर को अनुपूरक बजट पेश होगा और 18 दिसम्बर को अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी, जिसके बाद उसे पारित किया जाएगा। 19 व 20 दिसम्बर को विधायी कार्य होंगे।
सदन में ये नौ अध्यादेश रखे जाएंगे :-
- उप्र गो-सेवा आयोग (संशोधन) अध्यादेश 2024
- उप्र निजी विश्वविद्यालय (सातवां संशोधन) अध्यादेश 2024
- उप्र निजी विश्वविद्यालय (आठवां संशोधन) अध्यादेश 2024
- उप्र निजी विश्वविद्यालय (नौवां संशोधन) अध्यादेश 2024
- उप्र माल और सेवा कर (संशोधन) अध्यादेश 2024
- उप्र निजी विश्वविद्यालय (दसवां संशोधन) अध्यादेश 2024
- उप्र राज्य क्रीडा विश्वविद्यालय (संशोधन) अध्यादेश 2024
- उप्र राज्य लोक सेवा आयोग (प्रकिया का विनियमन) (संशोधन) अध्यादेश
- उप्र अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग (संशोधन) अध्यादेश 2024