लखनऊ, 31 अगस्त। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ योगी आदित्यनाथ की भाजपा सरकार ने भी अब राज्य में 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ पत्रकारों को पेंशन देने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर इस आशय का विभागीय आदेश जारी किया गया है।
सूचना निदेशालय ने सभी जिलों से पात्र पत्रकारों की सूची मांगी
अपर निदेशक सूचना डॉ. अंशुमान त्रिपाठी ने एक विभागीय पत्र जारी कर प्रदेश के सभी जनपदों से विवरण मांगा है। सूचना निदेशालय ने जिलों से एक सप्ताह में सभी वरिष्ठ पत्रकारों की, जो 60 वर्ष की उम्र पूरी कर चुके हैं, सूची उपलब्ध कराने को कहा है।
यूपी के पत्रकार संगठन कई वर्षों से पेंशन की मांग कर रहे थे
गौरतलब है कि उत्तराखंड, मध्य प्रदेश व राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों में वरिष्ठ पत्रकारों के लिए कई वर्षों से पेंशन योजना लागू है। भारतीय श्रमजीवी पत्रकार महासंघ (आईएफडब्ल्यूजे) की उत्तर प्रदेश इकाई यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन (यूपीडब्ल्यूजेयू) सहित प्रदेश के अन्य सभी पत्रकार संगठन इस बाबत पिछले कई वर्षों से मांग करते रहे हैं। खैर, अब योगी सरकार ने उनकी मांगें मान ली हैं और उत्तराखण्ड सरकार की तर्ज पर राज्य में पत्रकार पेंशन स्कीम लागू करने जा रही है।
आईएफडब्ल्यूजे अध्यक्ष के. विक्रम राव ने मुख्यमंत्री का जताया आभार
इस बीच आईएफडब्ल्यूजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. विक्रम राव और यूपीडब्ल्यूजेयू के अध्यक्ष के. विक्रम राव ने उत्तर प्रदेश के समस्त पत्रकारों को पेंशन की पेशकश करने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार प्रकट करते हुए इस फैसले पर खुशी जताई है।
पेंशन सहित पत्रकारों से संबंधित तमाम मांगों को लेकर गत 31 जुलाई को के. विक्रम राव के नेतृत्व में 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से उनके आवास में मुलाकात भी की थी। उस दौरान यूपीडब्ल्यूजेयू द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा गया था।