लखनऊ, 6 अक्टूबर। लखीमपुर खीरी में खूनी हिंसा के दौरान चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत के बाद वहां पीड़ित परिवारों से मिलने की जिद कर रहे तमाम विपक्षी दलों को तनिक राहत मिली, जब उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ योगी आदित्यनाथ सरकार ने बुधवार को उन्हें इसकी इजाजत दे दी।
किसी भी राजनीतिक दल के 5 लोग जा सकते हैं लखीमपुर
राज्य सरकार के फैसले के तहत किसी भी पार्टी के नेता पांच लोगों के साथ लखीमपुर जा सकते हैं। ऐसे में अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी और उनके साथ पांच लोग भी लखीमपुर जा सकेंगे। इसके अलावा आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह भी पांच लोगों के साथ लखीमपुर जा सकते हैं, उनको भी इजाजत मिल गई है।
लखीमपुर में किसी तरह की सभा करने की इजाजत नहीं
अब राहुल गांधी आज ही समेत पांच लोग लखीमपुर में दो पीड़ित परिवारों से मिलेंगे। इस दौरान किसी तरह की सभा करने की इजाजत नहीं होगी। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर), प्रशांत कुमार ने बताया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पाबंदियां लगाई गई थीं, जिनको अब हटा लिया गया है। अब राजनीतिक दल लखीमपुर जा सकते हैं।
इससे पहले रविवार को लखीमपुर में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत के बाद प्रशासन ने लखीमपुर खीरी में धारा 144 लगा दी थी। किसान संगठनों के अलावा किसी पार्टी के नेता को वहां जाने की इजाजत नहीं दी जा रही थी। प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, संजय सिंह आदि ने लखीमपुर जाने की कोशिश की थी। लेकिन उनको अलग-अलग जगह हिरासत में ले लिया गया था। बाद में प्रियंका को सीतापुर में ही गिरफ्तारी की सूचना दी गई थी।
राहुल ने दिन में कहा था – दो लोगों के साथ जाना चाहता हूं
राहुल गांधी ने भी आज दिन में राष्ट्रीय राजधानी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा कर दी थी कि वह लखीमपुर जाकर रहेंगे। उनके इस एलान के बाद लखनऊ में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी। प्रशासन ने पहले यह भी कहा था कि राहुल को लखनऊ से आगे नहीं जाने दिया जाएगा। इसके पीछे लॉ एंड ऑर्डर का हवाला दिया गया था।
लेकिन अब राहुल गांधी को लखनऊ में नहीं रोका जाएगा। दरअसल, राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि धारा 144 का उल्लंघन तब होता, जब वह पांच से ज्यादा लोगों को लेकर लखीमपुर जा रहे होते। लेकिन वह तो दो लोगों (पंजाब और छत्तीसगढ़ सीएम) के साथ लखीमपुर जाना चाहते हैं।
राहुल गांधी विमान से लखनऊ आने के बाद यहां से लखीमपुर जाएंगे। लेकिन बीच में वह सीतापुर में रुकेंगे। वहीं प्रियंका गांधी को गिरफ्तारी के बाद पीएसी गेस्ट हाउस में सोमवार की भोर से ही रखा गया है।