नई दिल्ली, 31 दिसम्बर। भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के चुनाव के बाद कुश्ती जगत में शुरू हुआ दंगल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस विवाद के बीच साक्षी मलिक जहां संन्यास की घोषणा कर चुकी है वहीं विनेश फोगाट व बजरंग पूनिया सरीखे पहलवान पीएम मोदी को लिखे पत्रों में व्यथा सुनाने के साथ अपने राष्ट्रीय अवार्ड लौटा चुके हैं।
फिलहाल पहलवानों के पुरस्कार वापसी विवाद पर एक अन्य अंतरराष्ट्रीय पहलवान ‘पद्मश्री’ योगेश्वर दत्त का कुछ और ही कहना है। उनका मानना है कि सब रूपरेखा पहले से तैयार थी और इन सबके पीछे कांग्रेस का दिमाग लगा है, जो वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव तक इस मुद्दे को गरमाए रखना चाहती है।
लंदन ओलम्पिक (2012) में कांस्य और राष्ट्रकुल खेलों (2010 और 2014) में स्वर्ण पदक जीत चुके योगेश्वर दत्त ने रविवार को कहा, मुझे समाचार माध्यमों से पता चला है कि विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने अपने पुरस्कार लौटा दिए हैं। यह उनका निजी फैसला है। हालांकि यह जो कुछ भी हो रहा है, भारत की रेसलिंग के लिए बहुत गलत है। इसकी रुपरेखा पहले से ही तय की जा रही थी। इसके पीछे पूरी कांग्रेस पार्टी है।’
राहुल गांधी व दीपेंद्र हुड्डा पर लगाए आरोप
सोनीपत जिले के गोहना निवासी 41 वर्षीय योगेश्वर दत्त ने आरोप लगाया कि पहले से ही इसका खाका तैयार किया हुआ था कि कब क्या करना है? इनके पीछे राहुल गांधी, दीपेंद्र हुड्डा भी हैं। वे चाहते हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव तक यह मुद्दा ऐसे ही गरम रहे।
फेडरेशन के चुनावों को निष्पक्ष करार दिया
योगेश्वर ने हालांकि फेडरेशन के चुनावों को लेकर कहा कि कुश्ती महासंघ के चुनाव हुए थे वो निष्पक्ष हुए हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जो गलत है, उसको सजा मिलनी चाहिए।
‘कुश्ती फेडरेशन की समस्या का जल्द निबटारा हो‘
उन्होंने भारत सरकार से आग्रह कि जल्द से जल्द कुश्ती फेडरेशन की समस्या का निबटारा किया जाए। इससे जूनियर और सब जूनियर बच्चों का भविष्य खतरे में हैं। वह बोल इसलिए नहीं पाते कि उनकी बात कोई सुनता नहीं है।