मांड्या, 22 जनवरी। कर्नाटक में तथाकथित तर्कवादी लेखक केएस भगवान ने एक बार फिर जहर उगला है। एक कार्यक्रम में उन्होंने भगवान राम के बारे में कहा कि वह मां सीता के साथ हर दोपहर बैठकर शराब पीते थे। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि वाल्मीकि रामायण में ऐसा कहा गया है।
सेवानिवृत्त प्रोफेसर और लेखक केएस भगवान ने कहा कि राम राज्य बनाने की बात चल रही है। वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड को पढ़ने से पता चलता है कि (भगवान) राम आदर्श नहीं थे। उन्होंने 11,000 वर्षों तक शासन नहीं किया, बल्कि केवल 11 वर्षों तक शासन किया। फिलहाल उनकी इस टिप्पणी पर बवाल मचा हुआ है।
लेखक ने जहर उगलते हुए कहा कि राम दोपहर में सीता के साथ बैठते थे और शेष दिन शराब पीते थे। उन्होंने अपनी पत्नी सीता को जंगल में भेज दिया और उनकी परवाह नहीं की। लेखक ने आगे कहा कि राम ने शूद्र शंबूक का सिर काट दिया था, जो एक पेड़ के नीचे तपस्या कर रहा था। वह आदर्श कैसे हो सकते हैं?
गौरतलब है कि केएस भगवान ने हाल ही में कर्नाटक के मांड्या में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। हालांकि ऐसा नहीं है कि इस लेखक ने पहली बार भगवान राम का अपमान किया। लेखक ने अपनी पुस्तक ‘राम मंदिर येके बेड़ा’ में भगवान राम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि भगवान राम नशा करते थे और मां सीता को नशा करवाते थे। उस समय कुछ हिन्दू संगठनों ने भगवान की इस टिप्पणी का व्यापक विरोध किया था।