नई दिल्ली, 10 जून। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर अड़े देश के कुछ शीर्ष पहलवानों ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दे दी है कि यदि यह मामला पूरी तरह नहीं सुलझाया गया तो वे आगामी एशियाई खेलों में भाग नहीं लेंगे।
आईओए की तदर्थ समिति अगले माह ट्रॉयल की योजना बना रही
उल्लेखनीय है कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की तदर्थ समिति ने सितम्बर में चीनी शहर हांगझोऊ में प्रस्तावित एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप में एक ही टीम उतारने का मन बना लिया था। वहीं दोनों ही टूर्नामेंट के लिए अगले महीने एक ही ट्रायल आयोजित किया जाना था।
बजरंग, विनेश व साक्षी को भी ट्रॉयल में भाग लेना था
इसके साथ ही आईओए कार्यकारिणी टॉप्स में शामिल पहलवानों को भी ट्रायल में उतारना चाहती है। ऐसे में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर पिछले डेढ़ माह से आंदोलन कर रहे बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट व साक्षी मलिक के ट्रायल में उतरने का रास्ता साफ हो जाएगा।
साक्षी ने कहा – ‘आप नहीं समझ सकते कि हम मानसिक रूप से हर दिन क्या कर रहे’
लेकिन पहलवान साक्षी मलिक ने आज इस मामले पर सोनीपत की महापंचायत में साफ किया, ‘हम एशियन गेम्स तभी खेलेंगे, जब ये सारा मुद्दा सुलझेगा। आप नहीं समझ सकते कि हम मानसिक रूप से हर दिन क्या कर रहे हैं।’
गौरतलब है कि विश्व चैंपियनशिप का आयोजन आगामी 16 से 24 सितम्बर तक बेलग्रेड (सर्बिया) में है जबकि एशियाई खेल 23 सितम्बर से आठ अक्तूबर तक होने हैं। वहीं चार से सात अक्टूबर तक एशियाई खेलों में कुश्ती का आयोजन होगा।
दोनों स्पर्धाओं की तिथियां बेहद नजदीक होने की वजह से कुश्ती महासंघ ने दोनों टीमें उतारने का फैसला लिया था। वहीं एडहॉक समिति विवादों में नहीं पड़ना चाहती है। लेकिन अब साक्षी मलिक के इस बयान से साफ़ हो गया है कि आंदोलनरत पहलवान इसके लिए तैयार नहीं है।