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पहलवान बोले – बृजभूषण के जेल जाने तक जारी रहेगा धरना, जांच समिति व दिल्ली पुलिस पर भी भरोसा नहीं

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नई दिल्ली, 28 अप्रैल। दिल्ली पुलिस की ओर से भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज किए जाने के फैसले को यहां जंतर-मंतर पर धरनारत पहलवानों ने ‘जीत की ओर पहला कदम’ करार दिया। हालांकि पहलवानों ने यह भी कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद को सभी पदों से हटाए जाने और उन्हें जेल भेजे जाने तक अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।

खेल मंत्री अनुराग ठाकुर पर भी फोन नहीं उठाने का लगाया आरोप

पिछले पांच दिनों से जारी धरना-प्रदर्शन की अगुआई कर रहे बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट व साक्षी मलिक सहित शीर्ष पहलवानों ने यह भी कहा कि इस मामले में खेल मंत्रालय की ओर से गठित जांच समिति और दिल्ली पुलिस पर भी उन्हें भरोसा नहीं है। साथ ही पहलवानों ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर पर भी बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने फोन तक नहीं उठाया।

गौरतलब है कि शुक्रवार को दिन में दिल्ली पुलिस की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने उच्चतम न्यायालय में प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा की पीठ को बताया कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आज ही प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। डब्ल्यूएफआई प्रमुख पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप लगाने वाले पहलवान गत 23 अप्रैल को अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने के बाद से उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रहे थे। इसी मांग लेकर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में आवेदन भी दिया था।

यह जीत की ओर पहला कदम है, लेकिन हमारा विरोध जारी रहेगा – साक्षी मलिक

दिल्ली पुलिस के फैसले के बाद जंतर-मंतर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में साक्षी मलिक संवाददाताओं से कहा, ‘यह जीत की ओर पहला कदम है, लेकिन हमारा विरोध जारी रहेगा।’ पहलवानों ने जंतर-मंतर पर बृजभूषण के खिलाफ चल रही सभी आपराधिक काररवाई को सूचीबद्ध करने वाला एक बड़ा बैनर लगाया है।

विनेश फोगाट बोलीं – बृजभूषण को सभी मौजूदा पदों से हटा दिया जाना चाहिए

वहीं विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट ने कहा कि दिल्ली पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने में छह दिन लग गए और उन्हें जांच एजेंसी पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा, ‘यह (पुलिस) एक कमजोर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। हम देखेंगे, निरीक्षण करेंगे और फिर निर्णय लेंगे (विरोध प्रदर्शन खत्म करने पर)। उन्हें (बृजभूषण को) सलाखों के पीछे होना चाहिए और उन्हें सभी मौजूदा पदों से हटा दिया जाना चाहिए, अन्यथा वह जांच प्रभावित करने की कोशिश करेंगे।’

विनेश ने सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा जाहिर करते हुए कहा कि और वह अब तक हुई जांच से संतुष्ट हैं। उन्होंने आमजन से अपील की, ‘आप स्पोर्ट्स को बचाने के लिए हमारे समर्थन में आइए। ये लड़ाई सिर्फ FIR की नहीं है। FIR पहले दिन ही हो जानी चाहिए थी। खेलों को ऐसे लोगों के चंगुल से बचाना होगा।’ ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया ने भी कहा, ‘मुझे लगता है कि बृजभूषण पर तुरंत काररवाई करना चाहिए और तुरंत जेल भेजना चाहिए।’

पहलवान अब किसी कमेटी को कोई जवाब नहीं देंगे

पहलवानों ने यह भी साफ कर दिया कि किसी कमेटी को वे कोई जवाब नहीं देंगे। विनेश ने कहा, ‘कमेटी जो बनाई गई थी, उसके एक आर्टिकल में हमने पढ़ा था कि एक लड़की ने यौन शोषण की शिकायत की थी। अगर एक लड़की ने भी शिकायत की है तो उसके आधार पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए थी। हमें किसी कमेटी और किसी सदस्य पर भरोसा नहीं है।’