नई दिल्ली, 26 अगस्त। चंद्रयान-3 की सफलता से एक तरफ जहां पूरा देश खुश है वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए शनिवार को कहा कि चंद्रयान-3 लैंडर चंद्रमा की सतह पर जिस स्थान पर उतरा है, उसका नाम ‘शिव-शक्ति प्वॉइंट’ रखा जाएगा।
लेकिन अब इस मामले पर विवाद की शुरुआत हो गई है। उत्तर प्रदेश के बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा, “चांद पर चंद्रयान 3 का पहुंचना भारत के लिए जरूर फख्र की बात है। भारत के करोड़ों लोगों को बड़ी खुशी और मसर्रत हो रही है। मगर उस जगह का नाम ‘शिवशक्ति’ रखा गया है, इससे दुनिया के बहुत सारे लोगों और भारत के बहुत सारे नागरिकों को आपत्ति होगी और उनके दिलों को किसी देवी देवता के नाम से मनसूब करने से तकलीफ होगी, इसलिए मेरी गुजारिश है ऐसा नाम न रखा जाए।”
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने यह भी कहा, “हमारे मुल्क के साइंटिस्टों ने और इंडियन रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन ने जो कामयाबी हासिल की है, ये कामयाबी मुल्क की कामयाबी है। इसको इस तरह से कहना सही नहीं है। इसका नाम हिन्दुस्तान होना चाहिए। जहां विक्रम लैंडर लैंड किया, उसका नाम भारत रखना चाहिए था। हिन्दुस्तान रखते, इंडिया रखते। ये मुनासिब होता।”
पीएम मोदी ये की थी घोषणा
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका के जोहानेसबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भागीदारी और वहां से यूनान का दौरा पूरा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार की सुबह सीधे बेंगलुरु उतरे थे और इसरो मुख्यालय जाकर चंद्रयान-3 की सफलता पर इसरो अध्यक्ष एस. सोमनाथ एवं उनकी टीम को बधाई दी थी।
पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर ISRO की सराहना करते हुए कहा कि चंद्रयान-3 लैंडर चंद्रमा की सतह पर जिस स्थान पर उतरा है, उसका नाम ‘शिव-शक्ति प्वॉइंट’ रखा जाएगा और 23 अगस्त ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ के रूप में पूरे देश में मनाया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि चंद्रमा की सतह पर जिस स्थान पर चंद्रयान-2 ने 2019 में अपने पदचिह्न छोड़े थे, उसे ‘तिरंगा प्वॉइंट’ के नाम से जाना जाएगा।”