नई दिल्ली, 21 अक्बूबर। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस ए. घेब्रेयेसस ने कोरोनारोधी टीकाकरण अभियान के तहत एक अरब का आंकड़ा पार होने पर भारत को बधाई दी है।
Congratulations, Prime Minister @narendramodi, the scientists, #healthworkers and people of #India, on your efforts to protect the vulnerable populations from #COVID19 and achieve #VaccinEquity targets.https://t.co/ngVFOszcmE
— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) October 21, 2021
घेब्रेयेसस ने एक ट्वीट में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वैज्ञानिकों, स्वास्थ्यकर्मियों और भारत के लोगों को कोविड19 से पीड़ित आबादी की रक्षा करने और वैक्सीन इक्विटी लक्ष्यों को प्राप्त करने के आपके प्रयासों पर बधाई।’
डब्ल्यूटीओ महानिदेशक डॉ. न्गोजी ओकोंजो-इवेला ने भी दी बधाई
विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की महानिदेशक डॉ. न्गोजी ओकोंजो-इवेला ने भी इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर भारतवासियों को बधाई दी है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘मुझे लगता है कि यह बिल्कुल महत्वपूर्ण है कि भारत ने एक अरब खुराक का लक्ष्य हासिल कर लिया है। मैं भारत सरकार, पीएम मोदी, स्वास्थ्य मंत्री, मेरे सहयोगी वाणिज्य मंत्री, सभी को बधाई देना चाहती हूं। यह बहुत ही कम समय में एक बड़ी उपलब्धि है।’
राजनाथ सिंह बोले : भारत ने अपनी संकल्प शक्ति का परिचय दिया
इधर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 100 करोड़ टीकाकरण पर कहा, ‘कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही लड़ाई मे भारत ने एक बहुत बड़ी कामयाबी हासिल की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बहुत कम समय में 100 करोड़ वैक्सिनेशन डोज देने के लक्ष्य को प्राप्त करके भारत ने अपनी संकल्प शक्ति का परिचय दिया है।
कोरोनावायरस के खिलाफ चल रही लड़ाई मे आज भारत ने एक बहुत बड़ी कामयाबी हासिल की है।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi के नेतृत्व में, बहुत कम समय में 100 करोड़ वैक्सिनेशन डोज़ देने के लक्ष्य को प्राप्त करके, भारत ने अपनी संकल्प शक्ति का परिचय दिया है।#VaccineCentury pic.twitter.com/QWoj07aOCa
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 21, 2021
ऐतिहासिक मील के पत्थर में योगदान देने पर भारत बायोटेक गौरवान्वित : डॉ. एला
डॉ. एला ने कहा, ‘इस ऐतिहासिक मील के पत्थर में योगदान देने पर हमें गर्व है। यह सरकार, वैक्सीन निर्माताओं, स्वास्थ्यकर्मियों और टीकाकरण में शामिल नागरिकों का एक एकीकृत प्रयास है, जो इसे आत्मानिभरता की एक सच्ची सफलता की कहानी बनाता है।’