नई दिल्ली, 20 दिसंबर। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की अब तक 89 देशों में पहचान की जा चुकी है और यह उन स्थानों पर डेल्टा स्वरूप की तुलना में तेजी से फैल रहा है, जहां संक्रमण का सामुदायिक स्तर पर प्रसार अधिक है। इसके मामले डेढ़ से तीन दिन में दोगुने हो जा रहे हैं।
सामुदायिक स्तर पर संक्रमण के प्रसार वाले क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा ओमिक्रॉन
डब्ल्यूएचओ ने अपनी ‘एनहैंसिंग रेडिनेस फॉर ओमिक्रॉन (बी.1.1.529) : टेक्निकल ब्रीफ एंड प्रायोरिटी एक्शन्स फॉर मेंबर स्टेट्स’ रिपोर्ट में कहा कि मौजूदा उपलब्ध आंकड़ों को देखते हुए आशंका है कि ओमिक्रॉन उन स्थानों पर डेल्टा से आगे निकल जाएगा, जहां सामुदायिक स्तर पर संक्रमण का प्रसार अधिक है।
रिपोर्ट के अनुसार 16 दिसंबर, 2021 तक, डब्ल्यूएचओ के सभी छह क्षेत्रों के 89 देशों में ओमिक्रॉन स्वरूप की पहचान की गई है। जैसे-जैसे अधिक डेटा उपलब्ध होगा, कोरोना के इस नए वैरिएंट के बारे में वर्तमान समझ विकसित होती रहेगी।
डेढ़ से तीन दिन में मामले हो जाते हैं दोगुने
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में यह भी जानकारी दी गई है कि ओमिक्रॉन के डेल्टा की तुलना में तेजी से फैलने के पर्याप्त प्रमाण मिले हैं। यह सामुदायिक प्रसार वाले देशों में डेल्टा स्वरूप की तुलना में काफी तेजी से फैल रहा है। डेढ़ से तीन दिन में इसके मामले दोगुने हो जा रहे हैं।
भारत के 12 राज्यों में फैल चुका है ओमिक्रॉन संक्रमण
भारत की बात करें तो अब तक देश के 12 राज्यों में 160 से ज्यादा लोगों में इस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। सोमवार को दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय राजधानी में ओमिक्रॉन संक्रमण के छह नए केस सामने आए हैं। इसके साथ ही दिल्ली में ओमिक्रॉन संक्रमितों की कुल संख्या 28 हो गई है और पूरे देश में कोरोना के नए वैरिएंट के कुल 165 मरीज हो गए हैं। हालांकि इनमें आधे से ज्यादा मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आन के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी दी जा चुकी है। वैसे देश में ओमिक्रॉन का सर्वाधिक प्रसार महाराष्ट्र (54) और दिल्ली में ही हैं।