नई दिल्ली, 1 जनवरी। भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के निलम्बित अध्यक्ष संजय सिंह ने केंद्र सरकार के खिलाफ बगावती तेवर अख्तियार कर लिया है। इस क्रम में उन्होंने सोमवार को कहा कि वह खेल मंत्रालय के निलम्बन को नहीं मानते और फेडरेशन जल्द ही राष्ट्रीय चैम्पियनशिप आयोजित करेगा।
तदर्थ समिति के जवाब में फेडरेशन भी राष्ट्रीय चैम्पियनशिप आयोजित करेगा
गौरतलब है कि डब्ल्यूएफआई के चुनाव के तीन दिन बाद मंत्रालय ने 24 दिसम्बर को नियमों के कई उल्लंघनों का हवाला देते हुए निर्वाचित खेल निकाय को निलम्बित कर दिया था। सरकार के अनुरोध पर भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) ने संस्था के दैनिक मामलों के प्रबंधन के लिए भूपेंदर सिंह बाजवा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया। समिति के अन्य सदस्य पूर्व हॉकी खिलाड़ी एम.एम. सोमाया और पूर्व शटलर मंजूषा कंवर हैं। तदर्थ पैनल ने घोषणा कर रखी कि वह 2-5 फरवरी तक जयपुर में सीनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप की मेजबानी करेगा।
‘हम लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए हैं, वे इसे कैसे नजरअंदाज कर सकते हैं‘
फिलहाल संजय सिंह का कहना है कि वह तदर्थ पैनल के साथ सहयोग नहीं करेंगे और नेशनल्स का आयोजन करेंगे। उन्होंने मीडिया से कहा, ‘हम लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए हैं। रिटर्निंग ऑफिसर ने कागजात पर हस्ताक्षर किए थे, वे इसे कैसे नजरअंदाज कर सकते हैं। हम तदर्थ पैनल और मंत्रालय के निलम्बन को मान्यता नहीं देते।’ यह पूछे जाने पर कि वह नेशनल्स का आयोजन कैसे करेंग, उन्होंने कहा, ‘हम इस निलंबन को मान्यता नहीं देते। डब्ल्यूएफआई सुचारु रूप से काम कर रहा है, हम काम पर हैं।’
‘यदि हमारे राज्य संघ टीमें नहीं भेजेंगे तो तदर्थ समिति कैसे आयोजन कर लेगी‘
संजय सिंह ने कहा, ‘यदि हमारे राज्य संघ टीमें नहीं भेजेंगे तो वे (तदर्थ पैनल) राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का आयोजन कैसे करेंगे। हम जल्द ही अपनी राष्ट्रीय चैम्पियनशिप का आयोजन करेंगे। हम जल्द ही कार्यकारी समिति की बैठक बुला रहे हैं। चुनाव आयोग की बैठक की सूचना एक या दो दिन में भेज दी जाएगी और हम ऐसा करने से पहले राष्ट्रीय बैठकें आयोजित करेंगे।’
‘हमने मंत्रालय को अपना स्पष्टीकरण भेजा है, जवाब का इंतजार कर रहे‘
उन्होंने कहा, ‘हमने मंत्रालय को अपना स्पष्टीकरण भेजा है कि हमने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया है। हम अभी भी जवाब का इंतजार कर रहे हैं। हम एक-दो दिन इंतजार करेंगे। यदि वे हमसे जुड़ना नहीं चाहते तो हमें भी कोई दिलचस्पी नहीं है। हमारा महासंघ इस निलंबन को मान्यता नहीं देता है।’
फिलहाल संजय सिंह के ताजा बयानों से डब्ल्यूएफआई की स्थिति विकट नजर आ रही है और यदि संजय सिंह नेशनल्स के आयोजन पर अड़ गए तो भारतीय कुश्ती का संकट निम्नतम धरातल पर जल्द ही चला जाएगा।