नई दिल्ली, 21 अप्रैल। भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) बिश्केक (किर्गिस्तान) में आयोजित एशियाई ओलम्पिक क्वालीफायर में भारतीय पुरुष पहलवानों के खराब प्रदर्शन से नाराज और चिंतित हो उठा है। यही वजह है कि उसने पेरिस ओलम्पिक के लिए अगले माह प्रस्तावित अंतिम विश्व क्वालीफायर में भारतीय टीम के चयन के लिए नए सिरे से ट्रायल कराने का फैसला किया है।
भारत 18 में सिर्फ ओलम्पिक कोटा महिला मल्लों के जरिए हासिल कर सका है
गौरतलब है बिश्केक में एशियाई क्वालीफायर चैम्पियनशिप में भारत ने पेरिस के लिए दांव पर लगे 18 में से चार ही कोटा स्थान हासिल किए और ये सभी महिला पहलवानों को मिले, जिनमें विनेश फोगाट भी शामिल हैं। उनके अलावा अंतिम पंघाल (53 किलो), अंशु मलिक (57 किलो) और रीतिका (76 किलो) ने भी कोटा हासिल किया। अब भी 14 श्रेणियां बची है और नौ मई से तुर्की में होने वाले पेरिस ओलम्पिक के अंतिम विश्व क्वालीफायर में जीतना एशियाई क्वालीफायर की तुलना में कठिन होगा।
WFI सभी 14 श्रेणियों में ट्रायल का आयोजन करेगा
प्राप्त जानकारी के अनुसार WFI सभी 14 श्रेणियों में ट्रायल का आयोजन करेगा। इनमें महिला वर्ग में दो (68 और 62 किलो), पुरुष फ्रीस्टाइल और ग्रीको रोमन में छह-छह वर्ग शामिल हैं, जिनके ट्रायल अप्रैल के आखिरी सप्ताह या मई के प्रथम सप्ताह में आयोजित किए जाएंगे।
कुश्ती महासंघ के एक सूत्र ने कहा, ‘अध्यक्ष संजय सिंह ने भारतीय कोचों और चयन समिति के सदस्यों से प्रदर्शन पर चर्चा की। उन्होंने स्वीकार किया कि यह बेहद खराब प्रदर्शन रहा। यह पहली बार हुआ है कि फ्रीस्टाइल में भी भारत को कोटे के लिए जूझना पड़ रहा है। यह तय किया गया है कि डब्ल्यूएफआई सभी 14 वर्गों में ट्रायल का आयोजन करेगा।’ ग्रीको रोमन में तो आलम यह था कि पहले दौर के मुकाबले जीतने के लिए भी भारतीय पहलवान जूझते दिखे।