नई दिल्ली, 11 अगस्त। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने महिला पहलवान विनेश फोगाट को बीते टोक्यो ओलंपिक खेलों के दौरान अनुशासनहीनता के कारण अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया है। इसी क्रम में दुर्व्यवहार के लिए सोनम मलिक को भी नोटिस जारी की गई है। बताया जा रहा है कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) से दवाब बढ़ने के बाद डब्ल्यूएफआई ने यह काररवाई की है।
नोटिस का जवाब देने के लिए 16 अगस्त तक का समय
गौरतलब है कि टोक्यो खेलो में स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार मानीं जा रहीं विनेश को क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। प्राप्त जानकारी के अनुसार विनेश को नोटिस का जवाब देने के लिए 16 अगस्त तक का समय दिया गया है।
फोगाट पर अनुशासनहीनता के तीन आरोप
विनेश फोगाट पर अनुशासनहीनता के तीन आरोप लगाए गए हैं। कोच वोलेर एकोस के साथ हंगरी में ट्रेनिंग कर रहीं विनेश वहां से सीधे टोक्यो पहुंची थीं, जहां उन्होंने खेल गांव में रहने और भारतीय टीम के अन्य सदस्यों के साथ ट्रेनिंग करने से इनकार कर दिया था। साथ ही उन्होंने भारतीय दल के आधिकारिक प्रायोजक (शिव नरेश) की पोशाक पहनने से इनकार करते हुए अपने मुकाबलों के दौरान नाइकी की पोशाक पहनी।
डब्ल्यूएफआई के एक सूत्र ने बताया, ‘यह अनुशासनहीनता है। उन्हें अस्थाई रूप से निलंबित किया गया है और कुश्ती से जुड़ी सभी गतिविधियों से प्रतिबंधित किया गया है। जवाब नहीं देने तक वह किसी राष्ट्रीय या अन्य घरेलू प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा पेश नहीं कर पाएंगी और डब्ल्यूएफआई अंतिम फैसला करेगा।’
सूत्र ने कहा, ‘डब्ल्यूएफआई को आईओए ने फटकार लगाई है कि वह अपने खिलाड़ियों को नियंत्रित क्यों नहीं कर पाता। आईओए इस संदर्भ में डब्ल्यूएफआई को नोटिस भी जारी करने वाला है।’
टोक्यो में भारतीय टीम के साथ रहने से किया था इनकार
उधर टोक्यो में मौजूद अधिकारियों ने बताया कि विनेश को जब भारतीय टीम की उनकी साथियों – सोनम, अंशु मलिक और सीमा बिस्ला के करीब कमरा आवंटित किया गया तो उन्होंने हंगामा कर दिया और कहा कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकती हैं क्योंकि ये पहलवान भारत से टोक्यो पहुंची हैं।
अधिकारी ने कहा, ‘फोगाट किसी भारतीय पहलवान के साथ ट्रेनिंग नहीं की। ऐसा लगा कि वह हंगरी की टीम के साथ आई हैं और भारतीय दल के साथ उनका कोई लेना देना नहीं है। बात यहीं तक सीमित नहीं थी वरन एक दिन उनकी ट्रेनिंग का समय भारतीय लड़कियों के समय से टकरा रहा था तो उन्होंने वहां ट्रेनिंग में भाग ही नहीं लिया।’ अधिकारी ने कहा, ‘यह स्वीकार्य नहीं है। सीनियर पहलवानों से इस तरह के बर्ताव की उम्मीद नहीं की जाती।’
उधर 19 वर्षीया सोनम को दुर्व्यवहार के लिए नोटिस जारी की गई है। अधिकारी ने कहा, ‘इन बच्चों को लगता है कि वे स्टार पहलवान बन गए हैं और कुछ भी कर सकते हैं। टोक्यो रवाना होने से पहले सोनम या उनके परिवार को डब्ल्यूएफआई कार्यालय से पासपोर्ट लेना था। लेकिन उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के अधिकारियों को उनके लिए पासपोर्ट लाने के लिए कहा। यह स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने अब तक कुछ भी हासिल नहीं किया है।’