कोलकाता, 4 मार्च। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस नेता व प्रवक्ता कौस्तव बागची को कोलकाता पुलिस ने शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता ने एक निजी चैनल पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद पुलिस ने यह काररवाई की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोलकाता के बुर्तोल्ला थाने की पुलिस टीम तड़के करीब तीन बजे बैरकपुर स्थित कौस्तव बागची के आवास पर पहुंची और घंटों पूछताछ के बाद सुबह करीब साढ़े सात बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
इन धाराओं में केस हुआ दर्ज
कोलकाता पुलिस ने बागची के खिलाफ कई संगीन धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, धारा 120बी (आपराधिक साजिश), 354ए (यौन उत्पीड़न), 505 (किसी भी व्यक्ति को अपराध करने के लिए प्रेरित करने या प्रेरित करने की संभावना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा पुलिस ने धारा 509, 506 और 153 के तहत भारतीय दंड संहिता के अनुसार केस दर्ज किया है।
कौस्तव बागची ने खुद गिरफ्तारी की दी जानकारी
अपनी गिरफ्तारी के बाद कौस्तव बनर्जी ने खुद फेसबुक के जरिए यह जानकारी साझा की। उन्होंने पोस्ट में लिखा, ‘कौस्तव बागची झुकेगा नहीं और बहुत जल्द जेल से रिहा होंगे…’।
बंगाल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कौस्तव की गिरफ्तारी का कड़ा विरोध किया
कौस्तव के पोस्ट के बाद बंगाल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनकी गिरफ्तारी का कड़ा विरोध किया है और बागची की जल्द रिहाई की मांग की है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुर्तोल्ला पुलिस स्टेशन के सामने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राज्य कांग्रेस के प्रवक्ता सुमन रॉय चौधरी ने कहा, ‘मैं कौस्तव बागची को आधी रात को गिरफ्तार करने के लिए कोलकाता पुलिस की कड़ी निंदा करता हूं।’
सुमन रॉय चैधरी ने कहा कि ममता सरकार किसी की बोलने की आजादी नहीं छीन सकती। सरकार को कौस्तव बागची को तुरंत रिहा कर देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जैसा कि टीएमसी को मुर्शिदाबाद के सागरदिघी निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा, वो बदले की भावना से बदला लेने की कोशिश कर रही है। इस राज्य में लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचलने का काम किया जा रहा है।