कोलकाता, 2 जनवरी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा और वामदलों पर तीखा हमला करते हुए राज्य में रणनीतिक मिलीभगत का आरोप लगाया और कहा कि प्रदेश में ‘राम और बाम’ एक हो गए हैं।
लोगों को धर्म के आधार पर तोड़ना ही भाजपा की आइडियोलॉजी
सत्तारूढ़ तृलमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ममता ने सोमवार को यहां कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा पर जमकर निशाना साधा और कहा कि उनकी आइडियोलॉजी लोगों को धर्म के आधार पर तोड़ना है। वहीं, टीएमसी की आइडियोलॉजी लोगों को जोड़ने की है।
स्मरण रहे कि बीते दिनों जय श्री राम के नारों से भड़क कर ममता बनर्जी वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाए जाने के कार्यक्रम में मंच से हट गई थीं और जाकर दर्शक दीर्घा में बैठ गई थीं। इससे पहले भी एक बार वह ऐसे नारों से नाराज हो गई थीं।
ममता बनर्जी ने कहा, ‘हमने कभी भी भाजपा को प्रत्यक्ष रूप से समर्थन नहीं दिया। इसकी वजह यही है कि हम उनकी आइडियोलॉजी का समर्थन नहीं करते। हम भारत के संविधान के हिसाब से चलते हैं। आज, इतिहास, भूगोल, राजनीति, शिक्षा, हेरिटेज और कल्चर सबकुछ बदला जा रहा है।’
लॉन्च किया नया कैंपेन ‘दीदीर सुरक्षा कवच’
ममता ने पश्चिम बंगाल में होने वाले पंचायत चुनावों पर नजर रखते हुए ‘दीदीर सुरक्षा कवच’ नाम से एक नया कैंपेन भी लॉन्च किया। इस कैंपेन का मकसद अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचना है। इस दौरान टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी भी मौजूद रहे।
We are delighted to announce the launch of #DidirSurakshaKawach, envisioned under the guidance of our Hon’ble CM @Mamataofficial.
To ensure welfare of people of Bengal, this revolutionary protective shield covers 15 GoWB schemes.
Suraksha for all, development for Bengal! pic.twitter.com/V1BjXCSFxT
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) January 2, 2023
भाजपा का पलटवार – यह चुनाव से पहले टीएमसी का नया ड्रामा
वहीं, भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने हावड़ा में ममता और टीएमसी पर पलटवार किया। उन्होंने टीएमसी के कार्यक्रम ‘दीदीर सुरक्षा कवच’ पर हमला बोलते हुए कहा कि यह दीदी के दूत नहीं, दीदी के भूत हैं। सुवेंदु ने कहा कि प्रदेश के बड़े लुटेरे अब छोटे चोरों को पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि टीएमसी ने प्रदेश को दीवालिया बना दिया है। यह चुनाव से पहले नया ड्रामा है।
गौरतलब है कि कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) कभी पश्चिम बंगाल की सबसे दमदार पार्टी थी। भाजपा के उभार के साथ यह पार्टी अब तेजी से नीचे जा रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में सीपीआई यहां पर एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो पाई थी। वहीं, भाजपा ने यहां पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था, हालांकि वह टीएमसी के आसपास भी नहीं पहुंच सकी थी।
भाजपा भी बड़े कैंपेन की तैयारी में
फिलहाल पंचायत चुनावों को लेकर जहां टीएमसी तैयारियों में जुटी है तो भाजपा भी बहुत पीछे नहीं है। 2024 के लोकसभा चुनावों पर नजर रखते हुए भाजपा यहां बड़ा कैंपेन लॉन्च करने वाली है। अनुमान है कि इस कैंपेन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पश्चिम बंगाल में 2023 में करीब 40 रैलियां करेंगे।