कोलकाता, 13 सितम्बर। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी ने ‘नबन्ना अभियान’ चलाया। इस दौरान कई जगह पार्टी के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। वहीं, कार्यकर्ताओं ने कोलकाता में इस मार्च के बीच पुलिस की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। कार्यकर्ताओं ने हावड़ा में पुलिस पर पत्थरबाजी भी की।
Police vehicle torched in #Kolkata @news18dotcom pic.twitter.com/j35ditsBsX
— Kamalika Sengupta (@KamalikaSengupt) September 13, 2022
बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत बोले – डर गईं सीएम
राज्य सरकार के खिलाफ ‘नबन्ना चलो’ विरोध प्रदर्शन के बीच पुलिस ने भाजपा के प्रदेश प्रमुख सुकांत मजूमदार को हिरासत में ले लिया। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘सीएम डर गई हैं, यहां जुटे लोगों की ताकत देखकर वह भाग गई हैं। आज यहां केवल 30% हैं, बाकी में से कुछ को बीते दिन ही हिरासत में ले लिया गया था।’
Arresting me can't defy my spirit. Fight against TMC rule will continue…#CholoNobanno pic.twitter.com/1qGagriryD
— Dr. Sukanta Majumdar (@DrSukantaBJP) September 13, 2022
बंगाल में जगह-जगह प्रदर्शन
इससे पहले, आज भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोलकाता में सचिवालय के बाहर भी व्यापक प्रदर्शन किया। इस दौरान पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और लॉकेट चटर्जी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। वहीं, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इस अभियान के जरिए भाजपा कर्यकर्ताओं ने बंगाल में जगह-जगह प्रदर्शन किए।
শাসকের রক্তচক্ষুকে উপেক্ষা করে, একের পর এক নেতা-মন্ত্রীদের দুর্নীতির প্রতিবাদে বাংলা জুড়ে বিজেপি কর্মীরা নবান্ন কর্মসূচিতে অংশ নিয়েছেন।
এই আন্দোলন আগামীর ভবিষ্যৎ প্রজন্মের স্বার্থ রক্ষার্থে, বেকার যুবক/যুবতীদের স্বার্থ রক্ষার্থে, দুর্নীতির বিরুদ্ধে।#CholoNobanno pic.twitter.com/HcLAnn2ezS
— BJP Bengal (@BJP4Bengal) September 13, 2022
पश्चिम बंगाल पुलिस ने मार्च की नहीं दी थी अनुमति
उल्लेखनीय है कि बंगाल की टीएमसी सरकार के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा ने ‘नबन्ना अभियान’ चलाया है। इस अभियान में शामिल होने के लिए राज्यभर से भाजपा समर्थक मंगलवार सुबह ही कोलकाता और हावड़ा पहुंचना शुरू हो गए थे। पुलिस ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं को नबन्ना चलो अभियान में हिस्सा लेने के लिए कोलकाता जाने से रोकने के लिए हिरासत में ले लिया था। हालांकि पश्चिम बंगाल पुलिस ने भाजपा को ‘नबान्न चलो’ अभियान के लिए अनुमति नहीं दी थी, इसके बावजूद भाजपा ने यह मार्च किया।