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बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल – भारोत्तोलक गुरुराजा पुजारी ने भारत को दिलाया दूसरा पदक, 61 किलो वर्ग में जीता कांस्य

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बर्मिंघम, 30 जुलाई। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की भारोत्तोलन स्पर्धा में शनिवार को भारतीय दल ने दो पदक जीते। इसकी शुरुआत संकेत महादेव सरगर ने 55 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक से की और कुछ देर बाद गुरुराजा पुजारी ने 61 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य के साथ देश को दूसरा पदक दिलाया।

61 किलो वर्ग में गुरुराजा ने उठाया कुल 285 किलो भार

कर्नाटक के उडुपी जिले के 29 वर्षीय लिफ्टर गुरुराजा ने कुल 269 किलोग्राम वजन (स्नैच 118 किलो और क्लीन एंड जर्क 151 किलो) उठाकर कांस्य पदक पर अधिकार किया। मलेशिया के मुहम्मद अजनिल बिन बिदिन ने 285 किलो भार के साथ खेलों का नया रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता। पपुआ न्यू गिनी के बारू मोरिया ने 273 किग्रा भार उठाकर दूसरे स्थान पर रहे।

गोल्डकोस्ट खेलों में गुरुराजा ने जीता था रजत पदक

राष्ट्रीय खेल संस्थान (एनआईएस) पटियाला के प्रशिक्षु गुरुराजा हालांकि चार वर्ष पूर्व गोल्डकोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में किए गए अपने प्रदर्शन की पुनरावृत्ति नहीं कर सके, जब उन्होंने 56 किलो भार वर्ग में रजत पदक जीता था। फिलहाल वह लगातार दूसरी बार राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने में सफल रहे।

गुरुराजा ने कांस्य पदक की लड़ाई में कनाडा के सिमार्ड यूरी को हराया। यूरी ने 268 किग्रा भार उठाया। गुरुराजा एक किलो के अंतर से कांस्य जीतने में सफल रहे। गुरुराजा राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में 2016 में स्वर्ण, 2021 में रजत और 2017 में कांस्य जीत चुके हैं।

स्नैच राउंड में गुरुराजा ने अपने पहले प्रयास में 115 किलोग्राम वजन उठाया। इसके बाद दूसरे प्रयास में बेहतर प्रदर्शन करते हुए 118 किग्रा भार उठाया। तीसरे प्रयास में वह नाकाम रहे। इस तरह स्नैच राउंड में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 118 किग्रा रहा। वहीं क्लीन एंड जर्क राउंड के पहले राउंड में गुरुराजा ने 144, दूसरे में 148 और तीसरे में 151 किग्रा भार उठाया। इस तरह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 151 किग्रा रहा।

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