धर्मशाला/कुल्लू/शिमला, 25 जून। हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच बुधवार को मौसम ने कहर ढाया। इस क्रम में कुल्लू जिले में चार जगह – सैंज के जीवानाला, गड़सा के शिलागढ़, मनाली के स्नो गैलरी व बंजार के होरनगाड़ और धर्मशाला के खनियारा की मनूणी खड्ड में बादल फटने से आई बाढ़ ने भारी तबाही मची।
कुल्लू में 8 गाड़ियां, 10 पुलिया और एक बिजली प्रोजेक्ट बह गया
कुल्लू में आठ गाड़ियां, 10 पुलिया और एक बिजली प्रोजेक्ट बह गया। सैंज के रैला बिहाल में बादल फटने से तीन लोग बह गए हैं। उधर, धर्मशाला के समीप खनियारा में मनूणी खड्ड में आई बाढ़ में निर्माणाधीन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के 10 से अधिक मजदूरों की बहने की सूचना है। अब तक दो लोगों के शव बरामद कर लिए हैं।
एसडीआरएफ की टीमें मौके पर हैं और रेस्क्यू ऑपेरशन जारी है। सैंज घाटी के शैंशर, शांघड़ और सुचैहन पंचायत क्षेत्रों में 150 से अधिक पर्यटक वाहनों के साथ 2,000 से अधिक पर्यटक फंस गए हैं। सिउंड के पास मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण उन्हें क्षेत्र से बाहर निकलने का रास्ता नहीं है। लाहौल में भी 25 पर्यटक फंसे हैं।
शिमला और कुल्लू से कोई उड़ान नहीं हुई
कुल मिलाकर देखें तो प्रदेश में भारी बारिश से कुल्लू, मंडी और कांगड़ा में जनजीवन अस्त व्यस्त है। औट-बजार-सैंज एनएच-305 समेत 171 सड़कें और 550 बिजली ट्रांसफार्मर ठप चल रहे हैं। बुधवार को गगल हवाई अड्डा पर चार विमान उतरे, लेकिन दिल्ली और शिमला के लिए दो उड़ानें रद हो गईं। शिमला और कुल्लू से कोई उड़ान नहीं हुई।
बुधवार को होरनगाड़ में बादल फटने से आई बाढ़ से बंजार-बठाहर सड़क पर बना एक छोटा पुल और एक वाहन बह गया। सरकारी प्राथमिक विद्यालय में भी मलबा घुस गया है। स्थानीय लोगों ने स्कूल के विद्यार्थियों को रेस्क्यू किया। गड़सा घाटी में हुरला नाला, पंचा नाला और मनिहार नाला में पैदल पुल के साथ दस से अधिक पुलियां बह गई हैं।
मणिकर्ण के ब्रह्मगंगा नाला, ग्ररहण, कुथी काकड़ी नाला और जिभी में कोटलाधार के पास भी बाढ़ आ गई। प्रशासन ने शिल्लागढ़ क्षेत्र में भी बादल फटने की आशंका जताई है। सैंज के जीवानाला में एक मेगावाट का बिजली प्रोजेक्ट बह गया है। सियूंड में एक अस्थायी दुकान बह गई है। यहां चार मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। बाढ़ से सैंज बाजार की सड़क क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि यहां एक जीप बह गई है। जगह-जगह बादल फटने से खड्डों और नालों में बड़ी मात्रा में लकड़ियां बहकर आईं।
जिला प्रशासन कुल्लू ने बादल फटने व बाढ़ की सूचना के बाद राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमें भेजी हैं। अतिरिक्त उपायुक्त कुल्लू अश्वनी कुमार ने कहा कि एनडीआरएफ टीम मौके पर है। उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने कहा कि अभी बादल फटने की पुष्टि नहीं कर सकते हैं, लेकिन खड्ड में पानी अत्याधिक है। उपायुक्त ने कहा कि अभी तक दो शव बरामद हुए हैं। एसडीएम को मौके पर भेजा गया है। एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई हैं।
गुरुवार का येलो अलर्ट, 5 जिलों में बाढ़ की चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने हिमाचल के कई स्थानों पर वीरवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया। दो जुलाई तक अधिकतर क्षेत्रों के लिए मौसम ऐसा ही बना रहेगा। मौसम विभाग ने पांच जिलों – चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमोर के कुछ क्षेत्रों में वीरवार को बाढ़ आने की चेतावनी जारी की है। 26 और 27 जून को बारिश की तीव्रता अधिक रहने की संभावना है। 28 जून से दो जुलाई तक हल्की बारिश के आसार हैं। बुधवार को प्रदेश के अधिकतम तापमान में चार से पांच डिग्री की कमी दर्ज हुई।
पुलिस गार्द के हथियार बहे, जवान घायल
सैंज घाटी में बादल फटने से एनएचपीसी के सिउंड में पावर हाउस में लगी थर्ड बटालियन पंडोह की गार्द का रिहायशी कमरा (अस्थायी शेड) क्षतिग्रस्त हो गया है। यहां तैनात करीब 10 पुलिस जवानों के पहने कपड़े के सिवाय कुछ भी नहीं बचा है। इस दौरान जवानों के तीन से चार हथियार बह गए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस का एक जवान घायल हो गया है और उसे उपचार के लिए कुल्लू अस्पताल अस्पताल लाया गया है।

