बेंगलुरु, 15 मई। कर्नाटक में सरकार गठन से पहले मुख्यमंत्री के चयन को लेकर सिद्धारमैया बनाम डीके शिवकुमार की उधेड़बुन में फंसी कांग्रेस के सामने एक नया पेंच आ गया, जब किसी मुस्लिम विधायक को डिप्टी सीएम बनाए जाने की मांग उठ खड़ी हुई।
5 बड़े मंत्रालय भी मुसलमानों को देने की मांग
दरअसल, वक्फ बोर्ड के प्रमुख ने मुस्लिम नेता को उप मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग रख दी है। इतना ही नहीं, उन्होंने पांच बड़े मंत्रालय भी मुसलमानों को देने की मांग की है। ज्ञातव्य है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में नौ मुस्लिम विधायक चुनकर आए हैं।
कांग्रेस के 9 मुस्लिम उम्मीदवार विधानसभा पहुंचे हैं
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शफी सादी ने कहा, ‘हमने चुनाव से पहले ही कह दिया था कि उप मुख्यमंत्री मुस्लिम होना चाहिए और हमें 30 सीटें मिलनी चाहिए…। हमें 15 सीटें मिलीं और नौ मुस्लिम उम्मीदवार जीते हैं। करीब 72 क्षेत्रों में कांग्रेस ने मुसलमानों की वजह से ही जीत हासिल की। एक समुदाय के तौर पर हमने कांग्रेस को काफी कुछ दिया है। अब समय आ गया है कि हमें भी बदले में कुछ मिले।’
वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शफी सादी बोले – ‘हमारा शुक्रिया अदा करना कांग्रेस की जिम्मेदारी‘
शफी सादी ने कहा, ‘हम मुस्लिम डिप्टी सीएम चाहते हैं और गृह, राजस्व और शिक्षा जैसे अच्छे मंत्रालयों में पांच मंत्री चाहते हैं। इसके जरिए हमारा शुक्रिया अदा करना कांग्रेस की जिम्मेदारी है। हमारी सभी मांगें पूरी हों, यह सुनिश्चित करने के लिए हमने सुन्नी उलेमा बोर्ड ऑफिस में आपातकालीन बैठक की है।’
सादी ने मुस्लिम नेता को डिप्टी सीएम बनाना कांग्रेस की ‘जिम्मेदारी’ बताया है। उन्होंने कहा, ‘यह होना ही चाहिए। चुनाव से पहले ही हमारी यह मांग थी। इसे पूरा करना ही चाहिए। हम केवल यह कह रहे हैं कि डिप्टी सीएम मुस्लिम होना चाहिए। ऐसा इतिहास में कभी नहीं हुआ और राज्य के 90 लाख लोग मुसलमान हैं। अनुसूचित जाति के अलावा हम सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय हैं। हम 30 सीटें चाहते थे, लेकिन नहीं मिलीं। लेकिन कम से कम हम यह चाहते हैं कि एसएम कृष्णा के समय की तरह पांच मुस्लिम मंत्री हों और अब एक डिप्टी सीएम हो।’