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त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए आज मतदान, त्रिकोणीय लड़ाई की बिसात तैयार

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अगरतला, 15 फरवरी। त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए गुरुवार को मतदान होगा। 60 सदस्यीय विधानसभा वाले इस सीमावर्ती राज्य में त्रिकोणीय मुकाबले की पूरी संभावना है। सत्तारूढ़ भाजपा को वाम-कांग्रेस गठबंधन के अलावा टिपरा मोथा से भी कड़ी चुनौती मिल रही है। तृणमूल कांग्रेस ने भी कई सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं।

सत्तारूढ़ भाजपा को वाम-कांग्रेस गठबंधन के अलावा टिपरा मोथा से भी कड़ी चुनौती

त्रिपुरा में 28 लाख से अधिक मतदाता मतदान करने के पात्र हैं। स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यह जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) जी. किरणकुमार दिनाकरो ने दी।

किंगमेकर होगी टिपरा मोथा?

त्रिपुरा में वोटों की गिनती दो मार्च को होगी। चुनाव में मुख्य रूप से भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन, माकपा-कांग्रेस गठबंधन और पूर्वोत्तर राज्य के पूर्व शाही परिवार के वंशज द्वारा गठित एक क्षेत्रीय पार्टी टिपरा मोथा हैं। पिछले चुनावों में भाजपा ने त्रिपुरा में वाम दलों के 25 साल के शासन का अंत किया था। लेकिन इस बार फिर से यह राज्य त्रिकोणीय लड़ाई के लिए तैयार है।

वाम मोर्चा और कांग्रेस विपक्षी वोटों में किसी भी विभाजन को रोकने के लिए सीट-बंटवारे के तहत चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन यह TIPRA मोथा है, जो नतीजों के बाद किंगमेकर का काम कर सकती है। इसकी वजह यह भी है कि 60 सदस्यीय विधानसभा में 20 सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित हैं। इस बीच, भाजपा अपने ट्रैक रिकॉर्ड पर भरोसा कर रही है। पार्टी सार्वजनिक सेवाओं और कल्याणकारी योजनाओं के वितरण में अपनी दक्षता और पारदर्शिता के भरोसे है।

3,337 मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम

दिनाकरो ने बताया कि 3,337 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा, जिनमें से 1,100 की पहचान संवेदनशील और 28 की पहचान अति संवेदनशील के रूप में की गई है। सीईओ ने कहा, ‘स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए 31,000 मतदानकर्मी और केंद्रीय बलों के 25,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किये गए हैं। इसके अलावा, कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य सशस्त्र पुलिस और राज्य पुलिस के 31,000 कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा।’

28.13 लाख मतदाता 259 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एहतियाती उपायों के तहत राज्यभर में पहले ही निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और यह 17 फरवरी की सुबह छह बजे तक लागू रहेगी। उपद्रवियों को राज्य में प्रवेश करने से रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाओं को भी सील कर दिया गया है। कुल मिलाकर 13.53 लाख महिलाओं सहित 28.13 लाख मतदाता 259 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे, जिनमें से 20 महिलाएं हैं।

राज्य के मुख्यमंत्री माणिक साहा टाउन बारडोवली निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार हैं, जबकि केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक भाजपा के टिकट पर धनपुर से चुनाव लड़ रही हैं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी सबरूम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वह वाम-कांग्रेस गठबंधन का चेहरा हैं।

चुनाव नहीं लड़ेंगे टिपरा मोथा प्रमुख

हालांकि टिपरा मोथा प्रमुख प्रद्योत देबबर्मा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। टिपरा मोथा का चुनावी मुद्दा ग्रेटर टिपरालैंड राज्य की मांग है। भाजपा 55 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि उसकी सहयोगी आईपीएफटी ने छह सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, एक सीट पर दोस्ताना मुकाबला होगा। माकपा 47 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि उसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। टिपरा मोथा ने 42 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।

तृणमूल कांग्रेस ने 28 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि 58 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा ने सबसे अधिक 12 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा ने पिछले पांच वर्षों में पूर्वोत्तर राज्य में हुए विकास पर प्रकाश डाला, वाम मोर्चा और कांग्रेस ने भाजपा-आईपीएफटी सरकार के ‘कुशासन’ पर जोर दिया।