मॉस्को, 25 फरवरी। यूक्रेन से जारी जंग के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन की सेना से देश में तख्तापटल करने को कहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुतिन ने यूक्रेन की सेना से कहा – ‘सत्ता अपने हाथ में ले लो।’ इसी कड़ी में रूस ने यह भी कहा है कि यूक्रेन की सेना के सकारात्मक प्रतिक्रिया देने, प्रतिरोध खत्म करने और हथियार डालने के बाद मॉस्को यूक्रेन के साथ किसी भी क्षण बातचीत के लिए तैयार है।
दूसरी ओर यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को दावा किया कि लड़ाई में रूस के एक हजार से ज्यादा सैनिक मारे गए हैं। मंत्रालय की ओर से कहा गया, ‘रूस अपनी स्थापना के बाद से अपने किसी भी सशस्त्र संघर्ष में लड़ाई के दौरान इतना हताहत नहीं हुआ था।’
रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने यूक्रेन से बातचीत की रखी शर्त
रूसी समाचार एजेंसी ‘तास’ के अनुसार डोनेस्क पीपुल्स रिपब्लिक (डीपीआर) के उप विदेश मंत्री सर्गेई पेरसाडा और लुहांस्क पीपुल्स रिपब्लिक (एलपीआर) के विदेश मंत्री व्लादिस्लाव डेनेगो के साथ बातचीत के बाद रूसी विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव ने यूक्रेन से बातचीत के
लावरोव ने कहा, ‘हम बातचीत के लिए तैयार हैं। यूक्रेन की सेना रूस का विरोध करना बंद कर दे और हथियार डाल दे, इसके बाद किसी भी समय हमारे राष्ट्रपति (व्लादिमीर पुतिन) को आह्वान करें। कोई उन पर हमला नहीं कर रहा है। कोई उन पर दबाव नहीं बना रहा है। वे लोग अपने परिवार के सदस्यों के पास लौट जाएं।’
पुतिन ने दी थी दो अलगाववादी क्षेत्रों को मान्यता
गौरतलब है कि राष्ट्रपति पुतिन ने गत 21 फरवरी को यूक्रेन के दो क्षेत्रों की ‘स्वतंत्रता’ को मान्यता देते हुए डीपीआर और एलपीआर के नेताओं के साथ संधियों पर हस्ताक्षर किए थे।
राष्ट्रपति पुतिन ने गुरुवार सुबह टेलीविजन पर संबोधन में घोषणा की थी कि डोनबास रिपब्लिक के प्रमुख के अनुरोध के जवाब में उन्होंने उन लोगों की रक्षा के लिए एक विशेष सैन्य अभियान चलाने का निर्णय लिया है, जो आठ वर्षों से यूक्रेन के शासन के दुर्व्यवहार और नरसंहार से पीड़ित हैं। उन्होंने अपनी घोषणा में यह भी कहा था कि रूसी सैन्य अभियान का उद्देश्य यूक्रेन का ‘विसैन्यीकरण’ सुनिश्चित करना है।