चंडीगढ़, 8 जनवरी। भारतीय पुलिस सेवा के सीनियर अफसर वीरेश कुमार भावरा पंजाब के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) होंगे। पंजाब सरकार ने चुनाव अचार संहिता लगने से पहले यह फैसला किया है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) से प्राप्त पैनल के विचार के आधार पर आईपीएस वी. के. भावरा की नियुक्ति की गई है।
1987 बैच के आईपीएस हैं भावरा
पंजाब विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा से कुछ घंटे पहले, चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने शनिवार को 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी वीके भावरा को राज्य का नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया।
भावरा कार्यवाहक डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय का लेंगे स्थान
भावरा ने कार्यवाहक डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय का स्थान लिया है, जो गत 5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान सुरक्षा उल्लंघन के बाद जांच का सामना कर रहे हैं।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक होने के कारण पद से हटाया गया है। प्रोटोकॉल के तहत राज्य के डीजीपी और मुख्य सचिव को पीएम के काफिले के साथ रहना जरूरी है, लेकिन दोनों अधिकारी उस वक्त काफिले में नहीं थे।
यूपीएससी ने चन्नी सरकार को भेजे थे तीन नाम
चंडीगढ़ में जारी सरकारी आदेश में कहा गया है कि वीरेश कुमार भावरा का कार्यकाल पदभार ग्रहण करने की तारीख से कम से कम दो वर्ष के लिए होगा। इससे पहले यूपीएससी ने राज्य में शीर्ष पुलिस पद के लिए पूर्व डीजीपी दिनकर गुप्त, भवरा और प्रबोध कुमार समेत तीन नामों का पैनल राज्य सरकार को भेजा था। भावरा चन्नी सरकार के कार्यकाल के दौरान कार्यभार संभालने वाले तीसरे डीजीपी हैं।