इम्फाल, 8 नवम्बर। जातीय संघर्षग्रस्त पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में कुछ लोगों को अगवा किए जाने के बाद एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। उग्रवादियों द्वारा कथित तौर पर अगवा किए गए चार लोगों में एक सेवारत सेना के जवान के तीन रिश्तेदार भी शामिल हैं।
अपहरण की खबर फैलते ही सशस्त्र कुकी आतंकवादियों ने इम्फाल पश्चिम और कांगपोकपी जिलों के साथ कांगचुप क्षेत्र में लोगों के एक समूह पर गोलियां चलाईं, जिसके परिणामस्वरूप दो पुलिसकर्मियों और एक महिला सहित सात लोग घायल हो गए।
गौरतलब है कि आतंकियों द्वारा अपहरण किए गए चार लोगों में दो पुरुषों और दो महिलाओं के साथ एक 65 वर्षीय व्यक्ति यात्रा कर रहा था, जिसे पुलिस ने बचा लिया है। पुलिस का कहना है कि पांच कुकी लोग चुराचांदपुर से कांगपोकपी (दोनों कुकी-प्रभुत्व वाले जिले) की यात्रा कर रहे थे। लेकिन जब वे कांगपोकपी की सीमा पर इम्फाल पश्चिम (मैतेई बहुल जिला) में दाखिल हुए तो कथित तौर पर मैतेई लोगों के एक समूह ने उन्हें रोक लिया और उन पर हमला कर दिया।
हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने बाद में पांच में से एक बुजुर्ग व्यक्ति को बरामद कर लिया, जो घायल हो गया था, अन्य चार का कोई पता नहीं है। बाद में उस व्यक्ति की पहचान मंगलुन हाओकिप के रूप में हुई, जिसे मंगलवार शाम को नागालैंड के दीमापुर के एक अस्पताल में हवाई मार्ग से ले जाया गया।
कांगपोकपी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) एम प्रभाकर ने कहा, ‘हमारी टीमों ने अन्य चार को बचाने के लिए तलाशी अभियान चला रखा है।’ अगवा किए गए अन्य चार लोगों की पहचान नेंगकिम (60), नीलम (55), जॉन थांगजाम हाओकिप (25) और जामखोतांग (40) के रूप में की गई है।
मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि जिन चार लोगों का अपहरण किया गया, उनमें से तीन भारतीय सेना के एक सेवारत जवान के रिश्तेदार हैं, जो वर्तमान में राज्य के बाहर तैनात हैं। मंगलवार शाम को, मणिपुर में तैनात सेना के अधिकारियों ने भी पुलिस से बात की और चार अपहृत निवासियों का पता लगाने के लिए शीघ्र जांच की मांग की।
कुकी समूह, इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने घटना की निंदा करते हुए, केंद्रीय सुरक्षा बलों से चार लापता व्यक्तियों को बचाने के लिए एक अभियान शुरू करने का आग्रह किया। अपहरण के पीछे मैतेई संगठन अरमबाई तेंगगोल पर आरोप लगाने वाले आईटीएलएफ ने एक बयान में कहा कि सभी पांच कुकी हैं। समूह ने कहा, ‘हमें डर है कि वे मारे गए होंगे या उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा होगा। हम केंद्रीय सुरक्षा बलों से अनुरोध करते हैं कि वे उन्हें बचाने के लिए तुरंत एक अभियान शुरू करें।’
समूह ने स्वीकार किया कि कुकी ‘स्वयंसेवकों’ ने अपहरण के बाद ‘मैतेई पक्ष’ पर गोलीबारी की। घटना मंगलवार दोपहर की है। पुलिसकर्मी और अन्य लोग गोली लगने से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।