लाहौर, 23 अक्टूबर। पाकिस्तान के लाहौर शहर में प्रदर्शनकारियों के साथ हुई झड़पों में कम से कम तीन पुलिस अधिकारियों समेत छह लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए हैं। प्रमुख समाचार पत्र ‘डॉन’ के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पत्थर और पेट्रोल बम फेंके, साथ ही अधिकारियों पर लाठियों का इस्तेमाल किया गया।
विरोध प्रदर्शन का आयोजन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) इस्लामी आंदोलन ने किया। इस संगठन को अप्रैल 2021 में प्रतिबंधित कर दिया गया था। टीएलपी के समर्थक अपने नेता साद हुसैन रिजवी की रिहाई की मांग को लेकर लाहौर मार्च निकालते हुए इस्लामाबाद जाना चाहते थे।
पाकिस्तानी सरकार को इस प्रदर्शन की भनक पहले से थी, ऐसे में पुलिस को पहले ही मौके पर तैनात कर दिया गया था। उद्देश्य सिर्फ एक था, इन प्रदर्शनकारियों को इस्लामाबाद आने से रोकना था। अब उसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए पुलिस की तरफ से 2500 गैस के गोले दाग दिए गए। हमले के दौरान तहरीक ए लब्बैक के चार लोगों ने अपनी जान गंवाई, वहीं पुलिस के दो जवान भी मारे गए।
ज्ञातव्य है कि पिछले साल साद रिजवी को गिरफ्तार किया गया था। जब पाकिस्तान में फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा था, तब रिजवी ने भी उसमें सक्रिय भूमिका निभाई थी। ऐसे में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। अब उसी की रिहाई के लिए शुक्रवार को ये प्रदर्शन हुआ, जहां पर बड़े स्तर पर हिंसा हो गई। हिंसा में 15 लोग बुरी तरह घायल भी हो गए हैं, जिनकी स्थिति नाजुक बताई जा रही है।