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विनेश फोगाट बोली – ‘पता नहीं कल जिंदा होंगे या नहीं… महापंचायत जरूर होगी’

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नई दिल्ली, 27 मई। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्त्तारी की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी के जंतर-मंतर पर गत 23 अप्रैल से धरने पर बैठे पहलवानों ने एलान किया है कि वे रविवार पूवाह्न साढ़े 11 बजे तक नए संसद भवन के सामने महिला महापंचायत करेंगे। पहलवानों के समर्थन में हरियाणा से समर्थक सिंघु बॉर्डर के रास्ते आएंगे जबकि कुछ समर्थकों के गाजीपुर बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर के रास्ते आने की उम्मीद है।

इससे पहले शनिवार को साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पहलवानों ने साफ किया है कि वे 28 मई को नई संसद के सामने शांतिपूर्ण महिला महापंचायत आयोजित करेंगे. आंदोलन की अगुआई करने वालीं महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि सरकार समझौते का दवाब बना रही है। इस दौरान विनेश को भावुक भी देखा गया।

सरकार समझौते का दबाव बना रही, लेकिन हम महिला पहलवान तैयार नहीं

विनेश ने कहा, ‘हमें नहीं पता कल कैसा होगा..जिंदा होंगे या नहीं। एक महीने से न्याय के लिए बैठे हैं। समर्थन के लिए आन वाले लोगों को डिटेन किया जा रहा है। मानो बृजभूषण देवता हो।‘ उन्होंने कहा, ‘हम कुछ चीजें क्लियर करना चाहते हैं। यहां बहुत मुश्किल से बैठे हैं। सरकार हम पर समझौते का दबाव बना रही है। लेकिन हम महिला पहलवान समझौते के लिए तैयार नहीं हैं। जो कंडीशन दी जा रही है, वह बदमाशों को गिरफ्तार करने की नहीं है।‘

पंजाब से आ रहीं महिलाओं को पुलिस ने रोक दिया

उन्होंने कहा,  ‘कल होने वाली महिला सम्मान पंचायत होकर रहेगी। सरकार ने पंजाब से आ रही महिलाओं को भारी पुलिस बल तैनात करके रोक लिया है। अंबाला के गुरुद्वारा साहिब में रुकने का प्रबंध किया गया था, जिसे पुलिस थाने में तब्दील कर दिया गया है। धरने से जुड़े कई कार्यकर्ताओं के घर में छापेमारी हो रही है। अब भी छापेमारी चल रही है। पुलिस ने कल पूरी नई दिल्ली को बंद कर दिया है।‘

हमें बिना हिंसा के आगे बढ़ना है

विनेश फोगाट ने कहा, ‘सभी से निवेदन है कि वह महिला सम्मान महापंचायत में जरूर पहुंचें। पुलिस हमारे ऊपर किसी भी तरह का बल प्रयोग करे – हम सब सहेंगे। बिना किसी हिंसा के हमें आगे बढ़ना है। यह देश की बेटियों का सवाल है। (विनेश फोगाट यहां भावुक हो गईं और रोने लगीं)। बहुत छोटे बच्चे हैं। यह सब हमने पहले देखा नहीं है। हमें नहीं पता कि हमारा आने वाला कल कैसा होगा। हम जिंदा रहेंगे या मर जाएंगे।‘

जैसे हम अपराधी हों और बृजभूषण देवता?’

विनेश ने कहा,  ‘रेसलिंग करने वाले पिछले एक महीने से न्याय के लिए बैठे हुए हैं। न्याय दिलाने की बजाय और भी बहुत कुछ हो रहा है। समर्थन करने आ रहीं लड़कियों पर अत्याचार किया जा रहा है। जैसे हम लोग अपराधी हैं और बृजभूषण देवता है। पूरे देश का हम धन्यवाद करना चाहते हैं। जब तक जिंदा हैं.. खड़े रहेंगे, झुकेंगे नहीं।‘

कौन दबाव बना रहा है? पहलवानों ने नहीं दिया जवाब

पहलवानों से जब पूछा गया कि सरकार से कौन दवाब बना रहा है और किन-किन बातों पर समझौता करने कहा जा रहा है? इस सवाल का उन्होंने जवाब नहीं दिया।