नई दिल्ली, 22 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता विजया रहाटकर ने मंगलवार को राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष का प्रभार संभाला और इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को स्वीकार करते हुए आयोग के प्रयासों को आगे बढ़ाने का वादा किया। कार्यभार संभालने के बाद अपने पहले संबोधन में उन्होंने महिला अधिकारों की पैरवी करने की अपनी प्रतिबद्धता और लैंगिक आधार पर हिंसा की पीड़िताओं के लिए न्याय सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
रहाटकर ने आज महिलाओं के सामने आ रही समस्याओं का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘यह बड़ी जिम्मेदारी वाली भूमिका है और मैं पूरी क्षमता के साथ इसे निभाने का प्रयास करूंगी।’’ उन्होंने एनसीडब्ल्यू की पूर्व अध्यक्ष रेखा शर्मा के योगदान के लिए उनकी प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘रेखा शर्मा जी ने शानदार काम किया और मैं उनके द्वारा शुरू किए गए काम को जारी रखूंगी।’’
महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष रहाटकर ने अपने कार्यकाल के दो प्रमुख लक्ष्यों का उल्लेख किया, जिसमें महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराना और ऐसा माहौल पैदा करना, जिसमें ऐसे अपराधियों को कानूनी परिणामों का डर हो। उन्होंने कहा कि आयोग इन उद्देश्यों को हासिल करने के लिए काम करता रहेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी मानसिकता वाले लोगों को सजा दी जाए और इस प्रवृत्ति को रोका जाए।’’ रहाटकर ने आयोग के काम के बारे में जनता के बीच बनी धारणा पर भी कहा कि उसके सभी प्रयास दिखायी नहीं देते लेकिन एनसीडब्ल्यू अपने काम को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘‘सब कुछ सामने नहीं आता है लेकिन आयोग काम करता रहता है और हम अपने प्रयासों को बढ़ाते रहेंगे।’’ एक वैधानिक निकाय एनसीडब्ल्यू महिलाओं के अधिकारों की दिशा में काम करता है। इसके कार्यों में महिलाओं के लिए प्रदान किए गए संवैधानिक और कानूनी सुरक्षा उपायों की समीक्षा करना शामिल है।