वाराणसी, 19 मई। वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे की वीडियो रिकॉर्डिंग की रिपोर्ट आज वाराणसी के सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर की अदालत में पेश की गई। बताया जा रहा है कि यह रिपोर्ट 10-15 पेज की है। अब इस मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी।
उल्लेखनीय है कि वाराणसी की अदालत पांच हिन्दू महिलाओं की याचिका पर सुनवाई कर रही है, जिनका दावा है कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियां हैं। इसके बाद अदालत ने एक टीम गठित थी, जिसने बीते दिनों ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का व्यापक सर्वे किया और उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग कराई गई।
स्थानीय अदालत ने कोर्ट कमिश्नर से 17 मई तक सर्वे रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन उनके आग्रह पर सर्व टीम को और दो दिनों की मोहलत दी गई थी। सहायक कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने मीडिया को बताया, ‘कोर्ट में रिपोर्ट पेश कर दी गई है। कोर्ट के सामने दोनों पक्षों के लोग मौजूद रहे। यह 10-15 पेज लंबी रिपोर्ट है।’
वहीं अदालत द्वारा नियुक्त विशेष सहायक आयुक्त विशाल सिंह ने रिपोर्ट जमा करने के बाद कहा, ‘हमने सीलबंद लिफाफे में वीडियो चिप भी दाखिल की है। यह सब अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।’
मस्जिद परिसर की वीडियो रिकॉर्डिंग में शामिल वकीलों में से एक ने दावा किया था कि पारंपरिक रूप से वजू या नमाज से पहले इस्लामी शुद्धिकरण अनुष्ठानों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तालाब के अंदर कथित तौर पर एक शिवलिंग पाया गया था।
इस हफ्ते की शुरुआत में, सुप्रीम कोर्ट ने कथित तौर पर शिवलिंग पाए जाने वाले क्षेत्र को संरक्षित करने के निचली अदालत के आदेश को बरकरार रखा था और साथ ही आदेश दिया था कि मुसलमान मस्जिद में जाकर नमाज पढ़ सकेंगे।