नई दिल्ली, 11 सितम्बर। उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामी विवेकानंद के 1893 में शिकागो में दिए गए ऐतिहासिक भाषण को याद करते हुए उन्हें नमन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें याद करते हुए कहा कि उन्होंने बड़ी ही खूबसूरती से भारतीय संस्कृति की विशेषता को दुनिया के सामने रखा था। पीएम मोदी ने स्वामी विवेकानंद के इस भाषण के 128 वर्ष पूरे होने के मौके पर शनिवार को एक ट्वीट संदेश में कहा, “ स्वामी विवेकानंद के 1893 में दिए गए भाषण को याद कर रहा हूं जिसमें बड़ी ही सुंदरता के साथ भारतीय संस्कृति की विशेषताओं को उन्होंने दुनिया के सामने रखा था। इस भाषण की भावना में पृथ्वी को समृद्ध और समावेशी बनाने की शक्ति है।”
- उपराष्ट्रपति ने भी स्वामी विवेकानंद को किया नमन
उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने स्वामी विवेकानंद को नमन करते हुए कहा है कि वह हमेशा मानवता के लिए प्रासंगिक बने रहेंगे। श्री नायडू ने शनिवार को जारी एक संदेश में कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचार और उनके संदेश आज भी प्रासंगिक है। मानवता को उनकी हमेशा आवश्यकता रहेगी। उपराष्ट्रपति ने अपने ट्वीट में स्वामी विवेकानंद के कथन – “ मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे धर्म से हूं, जिसने दुनिया को सहनशीलता और सार्वभौमिक स्वीकृति का पाठ पढ़ाया है। मैं उस देश से हूं जिसने सभी धर्मों और सभी देशों के सताए गए लोगों को अपने यहां शरण दी” का उल्लेख किया।”
उन्होंने कहा कि 11 सितंबर 1893 को शिकागो की विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद ने भारत की उदार आध्यात्मिकता और संस्कृति से विश्व का परिचय कराया। स्वामी जी के विचार विश्व के लिए आज कहीं अधिक प्रासंगिक हैं। उल्लेखनीय है कि स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में अपने भाषण की शुरुआत में ही अमेरिकी बहनों और भाइयों कहकर वहां मौजूद सभी लोगों का दिल जीत लिया था। श्री मोदी ने अपने ट्वीट के साथ इस भाषण को भी टैग किया है।