कोलकाता, 3 जनवरी। रविंद्र संगीत की लेजेंड्री सिंगर सुमित्रा सेन (Sumitra Sen) का मंगलवार को कोलकाता में उनके घर पर निधन हो गया है। पिछले लंबे समय से सेन सांस संबंधी परेशानियों से जूझ रही थीं। वे ब्रोको निमोनिया से पीड़ित थीं और उन्हें 21 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि तीन दिन बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। वह 89 साल की थी। गायिका की बेटी श्राबनी सेन ने सोशल मीडिया पर उनके निधन की जानकारी दी है। श्राबनी सेन ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा कि कि ‘मां आज सुबह हमें छोड़कर चली गईं।’
- बेटियों ने किया याद
बता दें कि सुमित्रा सेन की दोनों बेटियां श्रावणी और इंद्राणी भी रविंद्र संगीत की मशहूर गायिका हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक सेन की पिछले महीने अचानक उनकी तबियत खराब हो गई थी, जिसके बाद उन्हें 29 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान ही ब्रोको निमोनिया के बारे में पता चला। उनकी स्थिति इतनी खराब हो गई कि स्वास्थ्य में कोई सुधार ही नजर नहीं आ रहा था।
- सीएम ममता बनर्जी ने दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सुमिता सेन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि मैं सुमित्रा सेन के आकस्मिक निधन से बहुत दुखी हूं, जिन्होंने दशकों तक दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। मेरे उनके साथ करीबी संबंध थे। पश्चिम बंगाल सरकार ने 2012 में उन्हें संगीत महासम्मान से सम्मानित किया था। उनके निधन से संगीत जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। सुमित्रा दी की बेटियों इंद्राणी और श्रावणी तथा उनके प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। बता दें कि सुमित्रा सेन ने ‘मेघ बोलेछे जाबो जाबो’, ‘तोमारी झारनतालार निर्जन’, ‘सखी भबोना कहारे बोले’ से लोगों का दशकों तक मनोरंजन किया है।