नई दिल्ली, 9 जुलाई। भारतीय रेलवे अपनी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को अब नये रंग में पेश करने जा रही है। अब तक नीले रंगों में दिखने वाली वंदे भारत ट्रेन जल्द ही भारतीय ध्वज के रंग केसरिया में रंगी दिखाई दे सकती है।
फिलहाल नये रंग को लेकर अब तक कोई ठोस फैसला नहीं
प्राप्त जानकारी के अनुसार रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) के दौरा किया था, जहां अधिकारियों ने रेल मंत्री को जल्द आने वाली वंदे भारत ट्रेनों का एक प्रोटोटाइप दिखाया, जिसे नारंगी-ग्रे रंग में दिखाया गया था। वैष्णव ने आईसीएफ का दौरा करने के बाद कहा कि भगवा चुनने के पीछे की प्रेरणा भारतीय ध्वज का तिरंगा है। लेकिन अभी वंदे भारत के नये रंग के विषय में कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया है। इसके लिए रेल उत्साही लोगों के बीच अब भी चर्चा चल रही है।
Inspected Vande Bharat train production at ICF, Chennai. pic.twitter.com/9RXmL5q9zR
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) July 8, 2023
नई ट्रेन के दोनों किनारों पर नारंगी रंग का उपयोग किया जाएगा
बताया जा रहा है कि वंदे बारत ट्रेन बनाने वाली आईसीएफ ने नये रंग के लिए विभिन्न रंगों का संयोजन करके परीक्षण किया और उसके बाद आईसीएफ ने नारंगी-ग्रे रंग को सबसे बेहतर पाया। हालांकि सटीक रंग संयोजन अब भी विचाराधीन है, लेकिन संभावना है कि वंदे भारत की नई ट्रेन के दोनों किनारों पर नारंगी रंग का उपयोग किया जाएगा, जबकि दरवाजे ग्रे रंग के होंगे या फिर इसके विपरीत भी हो सकता है।
मौजूदा रंग की वंदे भारत ट्रेन की बोगियों पर आसानी से धूल जम जाती है
मीडिया खबरों के अनुसार आईसीएफ वंदे भारत ट्रेन में रंग का पैटर्न इस कारण बदलना चाहता है कि मौजूदा सफेद और नीले रंग की वंदे भारत का रखरखाव काफी चुनौती भरा साबित हो रहा है। अधिकारियों का कहना है कि देखने में वंदे भारत का रंग आकर्षक है, लेकिन मौजूदा रंग की वंदे भारत ट्रेन की बोगियों पर आसानी से धूल जम जाती है।
Union Minister @AshwiniVaishnaw inspected the New Vande Bharat coaches at ICF, Chennai.@RailMinIndia @DarshanaJardosh @raosahebdanve @MIB_India @PIB_India @airnewsalerts @DDNewslive @GmIcf @GMSRailway pic.twitter.com/jWAQBvhMrA
— PIB in Tamil Nadu (@pibchennai) July 8, 2023
फेरे की त्वरित अवधि से ट्रेन की धुलाई भी संभव नहीं हो पा रही
आईसीएफ का यह भी कहना है कि वंदे भारत का फेरे की अवधि बहुत कम समय में होती है, इस कारण ट्रेन के प्रत्येक फेरे के बाद 16 डिब्बों और आठ डिब्बों वाली इस ट्रेन को धोना संभव नहीं हो पा रहा है।
आईसीएफ ने बताया कि वंदे भारत के संभावित रंग परिवर्तन के अलावा रेल मंत्री को निरीक्षण के समय दिखाये गये नए प्रोटोटाइप कोच में एक मजबूत फ्रंट नोज डिजाइन भी दिखाया गया, जो तीन टुकड़ों में विभाजित है। हालिया दुर्घटनाओं को देखते हुए आईसीएफ की ओर से यह संशोधन किया गया है ताकि वंदे भारत ट्रेन यदि हादसे का शिकार होती है तो तत्काल क्षतिग्रस्त हिस्सों की कम लागत में मरम्मत किया जा सके।