अयोध्या, 22 जून। भगवान श्रीराम और 14 अन्य मंदिरों का निर्माण लगभग पूरा होने के साथ ही अब श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अर्चकों (पुजारियों) के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इस निमित्त 26 जून से 30 जून तक ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए हैं और इसके लिए 26 जून को वेबसाइट खोली जाएगी।
उल्लेखनीय है कि सभी मंदिरों में देवी-देवताओं की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हो गई है। अब इन मंदिरों में दैनिक रूप से श्रृंगार पूजन एवं भगवान के भोग की व्यवस्था की जानी है। इसके लिए प्रशिक्षित पुजारी की कमी को पूरा करने के लिए ट्रस्ट पुजारियों के प्रशिक्षण का दूसरा चरण शुरू कर रहा है। इसके लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है।
आवेदन करने के लिए पांच दिनों का समय
इच्छुक अर्चक श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के वेबसाइट https://sites.google.com/view/srjbm/home पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ट्रस्ट के मुताबिक 26 जून से 30 जून तक आवेदन किए जा सकते हैं। एक पत्रक के माध्यम से जानकारी दी गई है कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में विराजमान सभी देवालयों में दैनिक अर्चना विधि के लिए एवं अन्य कहीं भी सुयोग्य अर्चक उपलब्ध कराने की दृष्टि से अर्चित प्रशिक्षण उपक्रम आयोजित किया जा रहा है। देशभर के इच्छुक अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के धार्मिक समिति के सदस्य गोपाल जी राव ने बताया कि आवेदन करने वालों के लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं. आवेदक की उम्र 20 से से 30 साल के बीच होनी चाहिए. साथ ही पारंपरिक गुरुकुल शिक्षा प्राप्त हो और अयोध्या परिक्षेत्र में रहने वाले लोगों को वरीयता दी जाएगी। आवेदकों को पहले छह माह की श्री रामानंदीय दीक्षा दी जाएगी।
ट्रेनिंग के दौरान छात्रवृत्ति भी मिलेगी
प्रशिक्षण के दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भोजन और आवास की व्यवस्था भी करेगा। विद्वान आचार्य द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा और प्रशिक्षित अर्चक को प्रमाण पत्र भी जारी किया जाएगा। ट्रस्ट ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान अर्चकों को 2000 रुपये मासिक छात्रवृत्ति भी दी जाएगी और अंतिम प्रक्रिया के तहत प्रशिक्षण के बाद निर्धारित चयन प्रक्रिया में आने वाले उत्कृष्ट अर्चकों का चयन किया जाएगा।
इसके पहले राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रशिक्षण वर्ग के पहले चरण में 20 अर्चकों को छह माह तक रामानंद संप्रदाय की शिक्षा दीक्षा के तहत प्रशिक्षित किया गया था। देश से लगभग 15 प्रशिक्षकों को अर्चक के रूप में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर परिसर में शामिल कर लिया है। राम मंदिर ट्रस्ट को अभी और अर्चकों की आवश्यकता है, जिसको लेकर द्वितीय चरण के प्रशिक्षण वर्ग को जुलाई माह से प्रारंभ करने की तैयारी है।
धार्मिक समिति में शामिल हैं ये लोग
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा गठित धार्मिक समिति में ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी को अध्यक्ष नामित किया गया है। इसके साथ ही महासचिव चंपत राय, ट्रस्ट के सहयोगी गोपाल जी राव, हनुमत निवास मंदिर के महंत मिथिलेश नंदनी शरण और महंत डॉक्टर रामानंद दास के साथ दिल्ली के दो आचार्यों को भी शामिल किया गया था।

