टिहरी, 28 अगस्त। उत्तराखंड के टिहरी में आफत की बारिश चलते ऑल वेदर रोड वॉश आउट होकर झरने में हुई तबदील हो गई है। जिसके चलते दो नेशनल हाईवे बंद हो गए है।
बता दें कि बरिश की पानी के चलते सड़क का इतना बड़ा हिस्सा इस तरह टूट गया है कि यह झरने में तब्दील हो गई है। लोगों को अब सड़क किनारे बनी दीवार और उसके पीछे से गीले पत्थरों से होकर जाना पड़ रहा है। एक तरफ करोड़ों रुपये के ऑल वेदर प्रोजेक्ट की क्वालिटी को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं तो दूसरी तरफ कई जगह रूट डायवर्ट किए जाने के साथ ही, टिहरी में दो नेशनल हाईवे को बंद किए जाने तक की नौबत आ गई है
बता दें कि बारिश के चलते उत्तराखंड में आए दिन पुलों और सड़कों के टूटने की खबरें सामने आ रही है। देहरादून में पुल और सड़कें टूट जाने की खबरों के बाद टिहरी जिले में भी भारी बारिश से आफत की खबरें आई हैं। एनएच-58 और एनएच-94 पर भारी लैंडस्लाइड होने से दोनों नेशनल हाईवे ठप हो गए। वहीं एनएच-94 पर फकोट में रोड का एक बड़ा हिस्सा वॉश आउट हो जाने से लोगों को पहाड़ियों और पगडंडियों के सहारे जान जोखिम में डालकर सड़क पार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। प्रशासन यात्रियों को बेवजह यात्रा न करने के निर्देश जारी करते हुए हाईवे बंद कर दिए हैं।
टिहरी में गुरुवार से हो रही भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त होग गया। तोताघाटी शिवपुरी के पास भारी मलबा आने से एनएच-58 बंद चल रहा है, तो एनएच-94 पर फकोट के पास रोड का एक बड़ा हिस्सा वॉश आउट हो चुका है। आसपास की सड़क पर भी दरारें पड़ गई हैं, जिससे लगातार रोड टूट रही है। नागणी, खाड़ी और नरेन्द्रनगर के पास कई जगहों पर भारी मलबा और बोल्डर आ गए हैं, जिन्हें मशीनों से हटाने की कोशिश जारी है।
वहीं सड़के और पुल टूटने की वजह से चंबा-मसूरी रोड पर ट्रैफिक लोड ज्यादा होने से जाम की स्थिति बनी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बीआरओ और कार्यदाई संस्था की लापरवाही सामने आई है। टिहरी ही नहीं, पूरे उत्तराखंड में बारिश के चलते जिस तरह सड़कें उखड़ी और टूटी हैं, उससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। इधर, ऋषिकेश-चंबा एनएच-94 पर लोग जान जोखिम में डालकर पथरीली और फिसलन भरी पगडंडियों से पहाड़ी से होते हुए रास्ता पार कर रहे हैं। डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि सुरक्षा के मद्देनज़र एनएच-58 और 94 पर आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।