देहरादून, 18 मार्च। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत से जीत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी जहां लगातार दूसरी बार सरकार बनाने की तैयारी कर रही है वहीं राज्य के नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं।
हालांकि निवर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चुनाव परिणाम आने के दूसरे ही दिन अपने पुद से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें विधानसभा चुनाव में अपनी खटीमा सीट से हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद धामी दिल्ली जाकर पीएम नरेंद्र मोदी सहित शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात भी कर चुके हैं।
फिलहाल कार्यवाहक सीएम धामी ने नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कहा है कि उन्हें शीर्ष नेतृत्व का हर फैसला मंजूर होगा। भवाली स्थित कैंची धाम और घोड़ाखाल गोल्ज्यू मंदिर में दर्शन पूजन के लिए पहुंचे धामी ने कहा, ‘मैं भाजपा के सामान्य कार्यकर्ता हूं। मैंने आज तक कोई दावेदारी नहीं की और शीर्ष नेतृत्व ने ही मुझे मुख्यमंत्री का दायित्व सौंपा था। अब आगे भी शीर्ष नेतृत्व का जो फैसला होगा, वह स्वीकार होगा।’
21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा
धामी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा। जनता और कार्यकर्ताओं के सहयोग से प्रदेश में दोबारा ऐतिहासिक जीत हासिल कर भाजपा ने कई मिथक तोड़े हैं। भाजपा सरकार पूरे पांच साल प्रदेश के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।’ इसके बाद कार्यवाहक सीएम ने गोल्ज्यू मंदिर में पहुंचकर पूजा अर्चना कर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने घोड़ाखाल में ही स्थानीय कार्यकर्ता पूरन जोशी के यहां भोजन भी किया।
सीएम की रेस में धामी के अलावा दो अन्य नाम
इस बीच राज्य में धामी के अलावा दो अन्य नेताओं के नाम भी सीएम की रेस में सामने आ रहे हैं। इनमें सतपाल महाराज और धन सिंह रावत शामिल हैं। सतपाल महाराज चौबट्टाखाल से फिर विधायक चुने गए हैं। उनका बड़ा राजनीतिक अनुभव है। वहीं धन सिंह रावत को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का करीबी नेता माना जाता है।
दो केंद्रीय मंत्रियों को दी गई जिम्मेदारी
फिलहाल दो केंद्रीय मंत्रियों – पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान को केंद्रीय भाजपा नेतृत्व द्वारा उत्तराखंड में सीएम चेहरे को फाइनल रूप देने का काम सौंपा गया है और वे भी जल्द ही देहरादून पहुंचेंगे। गौरतलब है कि हालिया चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को यहां 70 में से 47 सीटों पर जीत हासिल हुई है।