लखनऊ, 19 मई। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को बड़ी राहत दी है। इसके तहत इन स्कूली बच्चों को मिड डे मील के राशन के साथ ही भत्ता देने का भी फैसला लिया गया है।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस फैसले के तहत संबंधित विभाग को निर्देशित किया है कि प्राइमरी स्कूलों के बच्चों का बकाया राशन उन तक अविलंब पहुंचाया जाए। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों को मिड-डे मील भत्ता और अनाज मिलेगा।
प्रदेश के सभी जिलों में अभिभावकों को अनाज के लिए प्राधिकार पत्र सौंपने और इस प्रक्रिया को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। बीते मार्च के आखिरी हफ्ते में सितम्बर, 2020 से फरवरी, 2021 तक के मिड डे मील भत्ता का आदेश जारी किया गया था।
मिड डे मील का राशन प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों के अभिभावकों को प्राधिकार पत्र लेकर कोटेदार के यहां जाना होगा, जिससे उनके बच्चे को आवंटित अनाज उन्हें मिल जाएगा।
- विद्यार्थियों को देय भत्ते की राशि तय
योगी सरकार ने जूनियर हाई स्कूल (कक्षा 6 से 8 तक) के विद्यार्थियों के लिए 923 रुपये और प्राइमरी स्कूल (कक्षा एक से पांच) तक के विद्यार्थियों के लिए 685 रुपये भत्ता तय किया है। जूनियर स्कूल के बच्चों को 124 दिन (एक सितम्बर, 2020 से नौ फरवरी, 2021 तक) और प्राइमरी स्कूल के विद्यार्थियों को 138 दिन का भत्ता (एक सितम्बर, 2020 से 28 फरवरी, 2021 तक) देय होगा।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल शुरुआत से ही बंद हो गए थे। ऐसे में पढ़ने वाले बच्चों और उनके अभिभावकों को राहत देने के लिए स्कूलों में मिलने वाले मिड डे मील को उपलब्ध कराने का फैसला लिया गया था। सरकार मार्च से 31 अगस्त, 2020 तक दो चरणों में 76 व 49 दिनों का मिड डे मील भत्ता व अनाज दो चरणों में दे चुकी है। अब कोरोना महामारी की दूसरी लहर को देखते हुए इसे दुबारा देने का फैसला लिया गया है।