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उत्तर प्रदेश : वाराणसी में भारत-जापान मैत्री का अद्भुत संगम हाईटेक ‘रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर’ तैयार

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वाराणसी, 13 जून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भारत-जापान मैत्री की अद्भुत नजीर के रूप में हाईटेक ‘रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर’ बनकर तैयार हो गया है। स्मार्ट सिटी की देखरेख में संचालित किया जाने वाला यह कन्वेंशन  सेंटर अपने आप में अद्वितीय है, जिसमें जापानी व भारतीय वास्तु शैलियों का अद्भुत संगम परिलक्षित होता है।

शिवलिंग के आकार में है 186 करोड़ रु. की लागत से निर्मित सेंटर

वाराणसी शहर के व्यस्ततम इलाकों में एक सिगरा क्षेत्र में 186 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस कन्वेंशन सेंटर को शिवलिंग का आकार दिया गया है। केंद्र के बाहरी हिस्से में एल्युमिनियम के 108 बड़े पंचमुखी रुद्राक्ष लगाए गए हैं, जो रात के अंधेरे में एलईडी लाइट की चमक में इसकी खूबसूरती को और बढ़ाएंगे।

अत्याधुनिक तकनीक के फायर फाइटर से लैस है रुद्राक्ष समझा जाता है कि पीएम मोदी कोरोना से हालात सामान्य होने के बाद वाराणसी को इसकी सौगात देंगे। तीन एकड़ (13,196 स्वायर मीटर) क्षेत्र में बना यह कन्वेंशन सेंटर हाईटेक सुविधाओं से लैस है। अत्याधुनिक कन्वेंशन सेंटर को इंटेलिजेंट बिल्डिंग भी कहा जा सकता है। परिसर में आग लगने पर तत्काल अत्याधुनिक तकनीक के फायर फाइटर खुद ही आग को नियंत्रित कर लेंगे। कन्वेंशन सेंटर में बने कम्पार्टमेंट व वॉटर कर्टेन आग से सुरक्षा प्रदान करेंगे।

परिसर में 199 स्मोक व 53 हीट डिटेक्टर लगे हैं, जो मेन फायर अलार्म एड्रेसेबल पैनल को सूचना देते हैं। जिस कम्पार्टमेंट में आग लगती है, वहां खुद ही वाटर कर्टेन बन जाता है। कंट्रोल रूम में बैठा व्यक्ति सीसीटीवी कैमरे में पूरी इमारत की स्थिति को देख कर पीए सिस्टम से आवश्यक निर्देश भी दे सकता है।

अधिकतम 12 सौ दर्शक उठा सकेंगे संगीत आयोजनों का लुत्फ

1,200 दर्शक क्षमता वाले रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में बड़े संगीत समारोह, कॉन्फ्रेंस व नाटक आदि आयोजित किए जा सकेंगे। इसके साथ ही प्रदर्शनियों के लिए भी यह आदर्श स्थल है। इस सेंटर की डिजाइन जापान की कम्पनी ओरिएण्टल कंसल्टेंट ग्लोबल ने तैयार की है और इसका निर्माण भी जापान की ही फुजिता कॉपोरेशन कम्पनी ने किया है।

सेंटर में 120 वाहनों का पार्किंग बेसमेंट

सेंटर में 120 वाहनों का पार्किंग बेसमेंट बनाया गया है। ग्राउंड फ्लोर और प्रथम तल को मिलाकर हॉल होगा, जिसमें वियतनाम से मंगाई गई कुर्सियों पर 1,200 लोग एक साथ बैठ सकते हैं। दिव्यांगजनों के लिए भी दोनों दरवाजों के पास 6-6 ह्वील चेयर का इंतजाम है।

हॉल में बैठने की क्षमता पार्टीशन से कम भी की जा सकती है। इसके अलावा आधुनिक ग्रीन रूम भी बनाया गया है। 150 लोगों की क्षमता वाले दो कांफ्रेंस हॉल और गैलरी भी है, जो दुनिया के आधुनिकतम उपकरणों से लैस है। इस हॉल को भी जरूरत के मुताबिक घटाया-बढ़ाया जा सकता है।

पीएम मोदी और शिंजो आबे ने वर्ष 2015 में रखी थी नींव

भारत-जापान की वर्षों से चली आ रही मैत्री के प्रतीक रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की नींव 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने रखी थी। सेंटर को सांस्कृतिक व आधुनिक समागम के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया गया है। सच पूछें तो प्राचीन और जीवंत बनारस शहर को जापान ने भारत से दोस्ती का एक नायाब तोहफा ‘रुदाक्ष’ के रूप में दिया है।

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