वाराणसी, 1 जून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम में मंगलवार की सुबह बड़ा हादसा हुआ, जब एक दो मंजिला जर्जर भवन का कुछ हिस्सा गिर गया। इस हादसे में निर्माणाधीन कॉरिडोर के दो श्रमिको की मौत हो गई और कम से कम छह अन्य घायल हो गए। सभी घायलों का श्री शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
पीएम मोदी ने ली हादसे की जानकारी, मुआवजे की घोषणा
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को फोन कर घटना की जानकारी ली और मदद का भरोसा दिया। इसी क्रम में राज्य सरकार और मंदिर प्रशासन की ओर से मुआवजे की घोषणा की गई है। इसके तहत मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद की जाएगी।
काशी विश्वनाथ धाम में हादसे की सूचना पाकर मौके पर जिला व पुलिस प्रशासन के आला-अधिकारी पहुंच गए। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से जर्जर भवन के मलबे को हटाने का काम जारी है। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि कॉरिडोर के निर्माण में पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले मजदूर काम कर रहे थे। उन्होंने पास में ही स्थित गोयनका छात्रावास को अपना अस्थायी ठिकाना बना रखा था।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि सुबह श्रमिक सो रहे थे, तभी जर्जर भवन भर-भराकर गिर गया। भवन का रसोई की तरफ वाला हिस्सा तो पूरी तरह ध्वस्त हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी श्रमिकों को बाहर निकाला और उन्हें अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने दो मजदूरों को मृत घोषित कर दिया।
समझा जाता है कि विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए हो रही खुदाई की वजह से भवन की नींव कमजोर हो गई थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ। फिलहाल जिला प्रशासन मामले की जांच की बात कह रहा है।