लखनऊ, 17 अगस्त। इलाहाबाद को ‘प्रयागराज’ और फैजाबाद को ‘अयोध्या’ नाम देने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार अब अगले वर्ष प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के पूर्व कुछ और जिलों के नए नामकरण की तैयारी कर रही है। यदि सब कुछ अनुकूल रहा तो अलीगढ़ को निकट भविष्य में ‘हरिगढ़’ नाम से जाना जा सकता है जबकि मैनपुरी को लोग ‘मयनपुरी’ के नाम से जानेंगे।
दरअसल, अलीगढ़ और मैनपुरी की जिला पंचायतों की बैठकों में जिलों के नाम बदलने के प्रस्ताव पारित किए गए हैं। बीते दिनों फिरोजाबाद का नाम बदलकर ‘चंद्रनगर’ किए जाने का प्रस्ताव भी पास हो चुका है। संबंधित जिला पंचायतों ने अपनी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश शासन को प्रेषित की है। जिलों के नए नामकरण पर अंतिम फैसला राज्य सरकार ही करेगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अलीगढ़ जिला पंचायत की सोमवार को दूसरी बोर्ड बैठक नवनिर्वाचित अध्यक्ष विजय सिंह की अध्यक्षता में गोविंद वल्लभ पंत सभागार परिसर में हुई। बैठक के दौरान सभी सदस्यों की मौजूदगी में अलीगढ़ जिले का नाम बदलकर हरिगढ़ करने का प्रस्ताव पास किया गया। जिला पंचायत सदस्य केहरी सिंह और उमेश यादव ने अलीगढ़ जिले का नाम बदलकर हरिगढ़ करने का प्रस्ताव पेश किया था, जिस पर सभी सदस्यों ने बैठक कर अपनी सहमति दर्ज करा दी।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने किया था अलीगढ़ का नाम बदलने का प्रयास
वस्तुतः अलीगढ़ का नाम बदले जाने की मांग काफी पुरानी है। विश्व हिन्दू परिषद ने वर्ष 2015 में अलीगढ़ में प्रस्ताव पास कर कहा था कि अलीगढ़ का प्राचीन नाम हरिगढ़ ही है। इसे बाद में अलीगढ़ कर दिया गया था। कल्याण सिंह ने वर्ष 1992 में मुख्यमंत्री रहते हुए इसका नाम हरिगढ़ करने कोशिश की थी, लेकिन उस वक्त केंद्र में कांग्रेस सरकार थी, इसलिए उनकी कोशिशें परवान नहीं चढ़ सकीं।
उधर मैनपुरी जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में जिले का नाम बदलने को लेकर रखा गया प्रस्ताव जिला पंचायत अध्यक्ष अर्चना भदौरिया ने मंजूर कर लिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मयन ऋषि की पतोभूमि होने के कारण यहां का नाम मयनपुरी रखा गया था। लेकिन गलत उच्चारण के इस्तेमाल के कारण इसका नाम मैनपुरी पड़ गया।