लखनऊ, 11 मार्च। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली शानदार सफलता के एक दिन बाद शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई और फिर राजभवन जाकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को त्यागपत्र सौंप दिया। इसके साथ ही राज्य में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई।
मा. राज्यपाल श्रीमती @anandibenpatel जी से आज राजभवन में भेंट कर उन्हें अपना त्यागपत्र सौंपा।
जनसेवा के ध्येय के साथ भाजपा गठबन्धन पुनः सरकार का गठन करने जा रहा है।
डबल इंजन की भाजपा सरकार बिना थके, बिना रुके, बिना डिगे प्रदेश का विकास करती रहेगी।
जय हिंद-जय भारत! pic.twitter.com/5i2iDeZdx2
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 11, 2022
सीएम योगी ने सभी कैबिनेट मंत्रियों को अपने आवास पर बुलाया, जहां 2022 विधानसभा चुनाव में जीत के बाद पहली बैठक हुई। बैठक में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक, मंत्री गोपालजी टंडन और अनिल राजभर पहुंचे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री राजभवन पहुंचे, जहां उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर फूल अर्पण करने के बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अपना त्यागपत्र सौंपा।
यूपी ने देश को अनेक प्रधानमंत्री दिए हैं, लेकिन 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले मुख्यमंत्री के दोबारा चुने जाने का ये पहला उदाहरण है।
यूपी में 37 साल बाद कोई सरकार लगातार दूसरी बार आई है।
– पीएम श्री @narendramodi #BJPWinningUP#BJPAgain pic.twitter.com/PQ5NyjaQiC
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) March 10, 2022
देखा जाए तो उत्तर प्रदेश के इतिहास में यह कोई मुख्यमंत्री पांच वर्षों का कार्यकाल पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेगा। इस बार भाजपा सरकार की सत्ता में वापसी के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कई मिथक टूटे तो कई मुद्दे गायब नजर आए। मसलन, जिस लखीमपुर खीरी जिले में तिकुनिया हिंसा हुई थी, वहां पर भाजपा ने क्लीन स्वीप मारते हुए सभी आठ सीटों पर जीत दर्ज की।
23 जिलों में भाजपा+ ने किया क्लीन स्वीप
दरअसल, भाजपा ने अपने सहयोगी दलों – अपना दल (एस) व निषाद पार्टी के साथ मिलकर 23 जिलों में क्लीन स्वीप मारा है। इनमें पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी, मिर्जापुर व कृष्ण नगरी मथुरा के साथ मुख्यमंत्री योगी के गोरखपुर मंडल के कई जिले तो हैं ही, साथ ही बुंदेलखंड और अवध के कई जिलें भी शामिल हैं। इन 23 जिलों में कुल 121 सीटों है। वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) ने पांच जिलों में क्लीन स्वीप मारा है। इनमें सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ के अलावा गाजीपुर भी शामिल हैं।
भाजपा ने इस बार 255 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि उसके गठबंधन सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) को 12 और निषाद पार्टी को छह सीटें मिली। इस प्रकार भाजपा गठबंधन के खाते में 273 सीटें आईं। वहीं समाजवादी पार्टी को 111 सीटें मिलीं तो उसके सहयोगी रालोद को आठ व सुभासपा को छह सीटें मिलीं। इस प्रकार सपा गठबंधन के हिस्से में 125 सीटें आईं। लेकिन कांग्रेस (दो) और बसपा (1) का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा।