यमकेश्वर (उत्तराखंड), 4 मई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने गृह राज्य उत्तराखंड के तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन बुधवार को पारिवारिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान वह अपने छोटे भाई महेंद्र सिंह बिष्ट के बेटे अनंत के मुंडन संस्कार में शामिल हुए और नन्हें भतीजे को सबसे पहले हल्दी लगाई।
28 वर्षों बाद पैतृक गांव पंचूर में किया रात्रि विश्राम
गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ पांच वर्षों बाद मंगलवार को पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर के अपने पैतृक गांव पंचूर पहुंचे थे। यही नहीं बल्कि गृहस्थ जीवन से संन्यास लेने के 28 वर्षों बाद पहली बार उन्होंने पंचूर में रात्रि विश्राम किया।
गांव की सैर के साथ की दिन की शुरुआत
योगी आदित्यनाथ ने बुधवार की सुबह गांव की सैर से दिन की शुरुआत की। वह गांव में घर के उसी कमरे में रूके, जहां उनका बचपन बीता था। तड़के चार बजे उठने के बाद सीएम योगी ने स्नान करने के बाद घर में ही पूजा की। सुबह छह बजे उन्हें चाय परोसी गई। इसके बाद सवा दो घंटे गांव की सैर करने के बाद वह घर लौटे। इसके बाद उनकी चाय पर पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत समेत अन्य लोगों से विभिन्न मुद्दो पर चर्चा भी हुई। इस दौरान
मुंडन संस्कार के बाद परिजनों के साथ भोजन किया
भतीजे अनंत के मुंडन की तैयारियां पूर्वाह्न करीब दस बजे शुरू हो गईं। सबसे पहले योगी आदित्यनाथ ने ही भतीजे अंनत को हल्दी लगाई। करीब 12 बजे तक मुंडन संस्कार संपन्न हो गया। इसके बाद मेहमानों ने अंनत को गिफ्ट दिए। सीएम योगी ने दोपहर में अपने परिजनों के साथ कमरे में भोजन किया। घर में ही उनका जनता दरबार भी लगा, जहां लोगों ने क्षेत्र की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया।
उत्तराखंड दौरे के पहले दिन मंगलवार को योगी आदित्यनाथ ने अपनी मां सावित्री देवी के
इसके पहले सीएम योगी यमकेश्वर में गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय परिसर में अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। इस कार्यक्रम में संबोधन के दौरान सीएम योगी अपने माता-पिता और गुरु अवैद्यनाथ को यादकर भावुक हो गए थे। उनकी आंखों में आंसू छलक आए थे।
सीएम योगी उत्तराखंड दौरे के अंतिम दिन गुरुवार को हेलीकॉप्टर से हरिद्वार पहुंचेंगे। वहां उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और उत्तराखंड पर्यटन के होटल अलकनंदा का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही साधु संतों द्वारा सम्मान समारोह भागीदारी के बाद वह लखनऊ के लिए रवाना होंगे।