लखनऊ, 31 जुलाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण के चलते जान गंवाने वाले राज्यभर के पत्रकारों के परिजनों को पूर्व घोषणा के अनुसार शनिवार को 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की। लोकभवन सभागार में ‘आपके साथ-आपकी सरकार’ स्लोगन के साथ आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने लगभग 50 पत्रकारों के परिजनों को निर्धारित राशि का चेक सौंपा।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कुल 5.50 करोड़ रुपये के चेक वितरित किए। हालांकि कोरोना के चलते मृत कुछ और पत्रकारों के नाम अभी छूट गए हैं। उनके परिजन से भी आवेदन मांगे गए हैं और जल्द ही उन्हें भी सहायता राशि प्रदान कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा, ‘जिन्होंने समाज के लिए लेखनी चलाते-चलाते अपने प्राणों की आहुति दी है, उनके प्रति सहानुभूति और विनम्र श्रद्धांजलि व्यक्त करता हूं। पूरी दुनिया सदी की सबसे बड़ी महामारी से जूझ रही है। कोरोना से हर तबका प्रभावित हुआ है। बाकी लोग तो अपना बचाव कर सकते हैं, लेकिन अगर पत्रकार बाहर नहीं निकलेंगे तो वे समाचार संकलन नहीं कर सकेंगे।’
कार्यक्रम में उपस्थित न्यूज ब्रॉडकास्ट एसोसिएशन (एनबीए) के चैयरमैन और वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने कहा, ‘जब लोग घरों में थे, तब हमारे रिपोर्टर और कैमरामैन साथियों ने फील्ड में उतर कर लोगों के लिए, देश के लिए काम किया। जो पत्रकार भाई बहन रिपोर्टिंग कर रहे थे, उनके लिए कोई सुरक्षा की व्यवस्था नहीं थी। डॉक्टरों को भी कोरोना की अधिक जानकारी नहीं थी। इस दौरान पत्रकार बंधु लोगों के बीच गए। कितने सारे ऐसे उदहारण हैं, जहां उन्हें गालियां सुननी पड़ीं, पत्थर भी खाने पड़े। फिर भी पत्रकारों ने अपना काम किया।’
बचे दिवंगत पत्रकारों के परिजनों को भी दी जाएगी सहायता
इस बीच उत्तर प्रदेश राज्य मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल से मांग की कि कुछ दिवंगत पत्रकारों के परिवारों को इस सूची में शामिल नहीं किया गया है। सहगल ने कहा कि जिन पत्रकारों को इसमें शामिल नहीं किया गया है, उनके नाम की पूरी सूची उपलब्ध करा दी जाए। सरकार उन्हें भी सहायता राशि वितरित करेगी।
इस अवसर पर मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर समेत अन्य लोग मौजूद रहे।