Site icon hindi.revoi.in

उत्तर प्रदेश: बेसिक शिक्षा परिषद के कक्षा 1 से 5 तक के स्कूल खुल गए, सुरक्षा उपायों का किया गया पालन

Social Share

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आज बुधवार से बेसिक शिक्षा परिषद के कक्षा 1 से 5 तक के स्कूल खुल गए हैं। कोरोना संक्रमण के चलते कई माह से स्कूल बंद चले रहे थे। स्‍कूल की पहली शिफ्ट सुबह आठ बजे निर्धारित की गई जिसके हिसाब से अधिकतर बच्‍चे साढ़े सात बजे से आना शुरू हो गए। बच्‍चों को स्‍कूलों में कोविड 19 की गाइडलाइन के अनुसार प्रवेश दिया गया। स्‍कूल के गेट पर ही बच्चों के हैंड सैनिटाइज करवाया गया, मुंह पर मास्‍क लगाकर बच्‍चों ने शारीरिक दूरी के साथ स्‍कूल में प्रवेश किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी बच्चों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण पिछले सात माह से बंद विद्यालय पुनः शुरू हो रहे हैं। सभी गुरुजनों से विनम्र आग्रह है कि बच्चों का ध्यान रखें। हर हाल में कोरोना प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चित कराने में अपना योगदान दें। इसके साथ ही बेसिक शिक्षा परिषद ने सभी स्‍कूलों को COVID-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया है। COVID-19 के सुरक्षा उपायों के साथ स्कूल खोले गए हैं। स्कूल में प्रवेश से पहले बच्चों की थर्मल स्‍कैनिंग भी की गई।

बता दें कि कक्षा 6वीं से 8वीं तक के स्कूल पहले से खोल दिए गए थे। अब 1 सितंबर से, 1 से 5वीं तक के लिए भी स्कूल खुल गए हैं। हांलाकि इससे पहले भी कुछ दिनों के लिए मार्च में स्‍कूल खोले गए थे। जिन्हें कोरोना की दूसरी लहर के चलते बंद करना पड़ा था। बता दें कि प्राथमिक कक्षाओं के बच्‍चों के लिए दो पालियों में स्कूल संचलित की जाएंगीं। जिसमें पहली पाली सुबह 8 बजे से 11 बजे तक वहीं दूसरी पाली सुबह 11.30 बजे से संचालित की जाएंगीं।

इन सुरक्षा उपायों का किया गया पालन
यूपी की राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के अन्य जिलों की कई स्कूलों में मिठाई खिलाकर बच्चों स्‍वागत किया गया। कई जगह स्कूलों को फूलों और गुब्‍बारों से सजाया गया। टीका लगाकर और चॉकलेट खिलाकर भी बच्‍चों का स्‍वागत किया गया। इसके साथ ही बच्चों की सुरक्षा को भी ध्यान में रखा गया। थर्मल स्‍कैनिंग के बाद ही छात्रों को स्कूल में प्रवेश दिया गया।

छात्रों के लिए दो मास्‍क लेकर आना भी अनिवार्य है। इसके अलावा मिड डे मील के लिए छात्रों से अपना बर्तन और पानी की बोतल साथ में लाने को कहा गया है। ऑफलाइन कक्षाओं के लिए अभिभावकों की अनुमति भी अनिवार्य है। ऑफलाइन कक्षाएं अभी ऐच्छिक हैं। छात्र चाहें तो पहले की तरह ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले सकते हैं।

Exit mobile version