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उत्तर प्रदेश : प्रदेश के 65 जिले हुए कोरोना मुक्त, वैक्सिनेशन का आंकड़ा साढ़े आठ करोड़ के पार

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लखनऊ,11 सितम्बर। समन्वित और नियोजित प्रयासों से कोरोना की दूसरी लहर पर बने प्रभावी नियंत्रण के बीच जनजीवन तेजी से सामान्य हो रहा है। देश के अन्य राज्यों के सापेक्ष उत्तर प्रदेश में स्थिति बहुत बेहतर है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि आज प्रदेश के 34 जिलों में कोविड का एक भी एक्टिव केस नहीं है। विगत दिवस कोविड टेस्टिंग में 65 जिलों में संक्रमण का कोई भी नया केस नहीं मिला। अब 184 संक्रमितों का उपचार हो रहा है।

औसतन हर दिन सवा दो लाख से ढाई लाख तक टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 से भी कम हो गई है और रिकवरी दर 98.7 फीसदी है।एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। अब तक 07 करोड़ 47 लाख 13 हजार 276 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। विगत 24 घंटे में हुई 02 लाख 17 हजार 869 सैम्पल टेस्टिंग में 14 नए मरीजों की पुष्टि हुई। मात्र 10 जनपदों में ही नए मरीज मिले।

इसी अवधि में 19 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। प्रदेश में अब तक 16 लाख 86 हजार 468 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। कोविड की अद्यतन स्थिति के अनुसार प्रदेश के 34 जनपदों अलीगढ़, अमरोहा, अयोध्या, बागपत, बलिया, बलरामपुर, बांदा, बस्ती, बहराइच, भदोही, बिजनौर, बुलंदशहर, चंदौली, चित्रकूट, देवरिया, एटा, फतेहपुर, गाजीपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, कासगंज, ललितपुर, महोबा, मुरादाबाद, पीलीभीत, प्रतापगढ़, रामपुर, सहारनपुर, संतकबीरनगर, शामली, सिद्धार्थ नगर और सोनभद्र में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं।

भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप कोविड टीकाकरण के लिए अर्ह उत्तर प्रदेश की 48 फीसदी आबादी ने कोविड टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। पहली खुराक लेने वालों की संख्या 07 करोड़ 20 लाख से अधिक हो गई है। विगत दिवस 14 लाख 88 हजार से अधिक लोगों ने टीकाकवर प्राप्त किया। इस प्रकार प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन 08 करोड़ 62 लाख से अधिक हो गया है। यह किसी एक राज्य में हुआ सर्वाधिक टीकाकरण है। यह किसी एक राज्य में हुआ सर्वाधिक टीकाकरण है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रक्रिया को और तेज किया जाए। टीके की उपलब्धता के लिए भारत सरकार से सतत संपर्क बनाए रखा जाए।बरसात के मौसम को देखते हुए डेंगू, मलेरिया व अन्य वायरल बीमारियों के संदिग्ध मरीजों की पहचान के लिए जारी प्रदेशव्यापी सर्विलांस कार्यक्रम को और प्रभावी बनाया जाए। सर्दी, जुकाम, बुखार, श्वांस समस्या आदि संबंधित चिन्हित लोगों के समुचित उपचार की व्यवस्था कराई जाए। आवश्यकतानुसार जांच भी कराई जाए। डोर-टू-डोर सर्वेक्षण के दौरान बुखार दस्त डायरिया आदि की जरूरी दवाइयां वितरित की जाएं। विशेषज्ञ टीम के दिशा-निर्देशों के अनुरूप उपचार की समुचित व्यवस्था रहे। बेड, दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखी जाए। सरकारी अस्पतालों में मरीजों के नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था है।

फिरोजाबाद, आगरा, कानपुर, मथुरा आदि प्रभावित जनपदों की स्थिति पर सतत नजर रखी जाए।केंद्र व राज्य सरकार के समन्वित प्रयासों से प्रदेश में अब तक 400 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। मेडिकल कॉलेज व अन्य शासकीय अस्पतालों में क्रियाशील यह ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट भविष्य की आवश्यकताओं के दृष्टिगत अत्यंत उपयोगी सिद्ध होंगे। शेष 155 प्लांट की स्थापना की कार्यवाही भी तेजी से की जाए। तकनीशियनों का यथोचित प्रशिक्षण शीघ्र पूरा कराया जाए।

जिलाधिकारी गण निर्माणाधीन प्लांट के कार्यों का सतत निरीक्षण करते रहें। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं सेवाओं की सुगम उपलब्धता सुनिश्चित कराने में मुख्यमंत्री आरोग्य मेला ने कम समय में ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कोरोना की नियंत्रित स्थिति को देखते हुए 19 सितंबर से आरोग्य मेलों का आयोजन पुन: प्रारंभ किया जाए।

अन्त्योदय कार्डधारक परिवार, जो प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अथवा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में से किसी भी योजना से आच्छादित नहीं हैं, को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल करने का निर्णय विगत दिनों लिया गया है। 40 लाख से अधिक अंत्योदय कार्डधारक परिवार इस निर्णय से सीधे लाभान्वित होंगे। पात्र लोगों को योजना का लाभ दिलाया जाए।

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